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    प्रयागराज में मृतक के बैंक खाते से निकाल लिए गए 45.50 लाख रुपये, 4 चेकों के माध्यम से की गई धोखाधड़ी

    By RAJENDRA PRASAD YADAVEdited By: Brijesh Srivastava
    Updated: Mon, 08 Dec 2025 05:29 PM (IST)

    प्रयागराज के लालगोपालगंज में बैंक ऑफ़ बड़ौदा शाखा से एक मृतक के खाते से 45.50 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। मृतक की पत्नी द्वारा मृत्यु प ...और पढ़ें

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    प्रयागराज के लालगोपालगंज स्थित बीओबी की शाखा से मृतक के खाते से 45 लाख की धोखाधड़ी की गई है। 

    संवाद सूत्र, जागरण, लालगोपालगंज (प्रयागराज)। कस्बा के बैंक आफ बड़ौदा शाखा में उस समय खलबली मच गई, जब एक मृतक के बैंक खाते से 45.50 लाख रुपये चार चेक के माध्यम से बीसी संचालक और उसके मित्र के बैंक खाता में हस्तांतरित हो गया। इसका पता तब चला जब मृतक की पत्नी अपने पति का मृत्यु प्रमाण पत्र लेकर बैंक पहुंची। शाखा प्रबंधक ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बैंककर्मियों को नोटिस देते हुए रीजनल आफिस में शिकायत दर्ज कराई। टीम मामले की जांच कर रही है।

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    छह जून 2025 को खाताधारक की मृत्यु हो गई थी

    प्रतापगढ़ जनपद के हथिगवां थानांतर्गत परेवा नारायणपुर गांव के रहने वाले महफूज अहमद फारुकी का बैंक खाता लालगोपालगंज स्थित बैंक आफ बड़ौदा शाखा में खुला था। छह जून 2025 को खाताधारक की मृत्यु हो गई थी। उस समय उनके खाते में 56 से 57 लाख रुपये थे।

    30 अक्टूबर को पत्नी बैंक गई तो फजीवाड़ा का पता चला 

    एक माह पहले 30 अक्टूबर को मृतक की पत्नी मदीहा अपने पति का मृत्यु प्रमाण पत्र समेत अन्य कागजात लेकर बैंक पहुंची। शाखा प्रबंधक ने खाता चेक करने के उपरांत मृतक की पत्नी को बताया कि खाते में 11 लाख 56 हजार रुपये हैं। यह सुनते ही मदीहा के होश उड़ गए। उसने बताया कि खाते में 56 से 57 लाख रुपये थे। ऐसे में रुपये कहां गए।

    30 जुलाई को मृतक के नाम से चेक जारी किया गया था

    जांच पड़ताल जब शुरू हुई तो पता चला कि स्केल वन अधिकारी दिनेश और स्केल टू प्रबंधक संजीव कुमार के हस्ताक्षर से 30 जुलाई को मृतक के नाम से चेक जारी किया गया था। बैंक के शाखा में बैठ रहे ग्राहक सेवा संचालक संजय कुमार विश्वकर्मा के बैंक के खाता में चेक के माध्यम से 14 अगस्त को 10 लाख रुपये हस्तांतरित हुए हैं। इसी तिथि को दूसरे चेक से संजय के मित्र पियूष शुक्ला के खाते में तीन लाख रुपये कैश हुए हैं। इस अवधि में शाखा प्रबंधक दस दिन के मैंडेटरी लीव पर रहे।

    14 और 17 अक्टूबर को चेक से कैश हुए

    14 अक्टूबर को एक चेक और 17 अक्टूबर को दूसरे चेक से संजय कुमार विश्वकर्मा के खाते में साढ़े 17 लाख और साढ़े 15 लाख रुपये कैश हुए हैं। इसके बाद संजय विश्वकर्मा ने मृतक के बड़े भाई तौफीक की पत्नी के खाते में 20 लाख रुपये हस्तांतरित किया। जांच पड़ताल के बाद तौफीक की पत्नी ने संजय के बैंक खाता में पुनः 20 लाख रुपये वापस लौटा दिया। मामला प्रकाश में आने के बाद शाखा प्रबंधक ने घटना की रीजनल आफिस से शिकायत की। उच्चाधिकारियों ने मामले में जांच टीम लगाई है। शाखा प्रबंधक शुभजीत ने घटना की पुष्टि तो किया, लेकिन बैंक का गोपनीय मामला बताते हुए कुछ भी बताने से मना कर दिया। 

    मामले में चार बैंककर्मी समेत दो अन्य को नोटिस

    संजीव कुमार स्केल-टू ऋण अधिकारी, स्थानांतरण के बाद वह बैंक आफ बड़ौदा शाखा बहरिया में तैनात आपरेशन अधिकारी दिनेश चंद्र, उनके स्थान पर माह सितंबर में कार्यभार ग्रहण करने वाले विष्णु कसेरा आपरेशन अधिकारी और सात अक्टूबर को कार्यभार ग्रहण करने वाली सवा सरिन बैंक कर्मी के साथ बैंक आफ बड़ौदा ग्राहक सेवा संचालक संजीव कुमार विश्वकर्मा और उसके मित्र पीयूष शुक्ला को शाखा प्रबंधक शुभजीत ने नोटिस देकर उक्त प्रकरण में जवाब तलब किया है।