Prayagraj News : आश्रम पद्धति विद्यालय में अव्यवस्था पर छात्रों ने एडीएम कार्यालय पर किया हंगामा, परोसा जा रहा खराब भोजन
प्रयागराज के सलोरी मार्ग पर स्थित आश्रम पद्धति विद्यालय में अव्यवस्था के कारण छात्रों ने कलेक्ट्रेट में हंगामा किया। एडीएम सिटी ने प्रधानाचार्य को फटकार लगाई और व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। छात्रों ने भोजन की गुणवत्ता और छात्रावास की दुर्दशा पर नाराजगी जताई। समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित इस विद्यालय में छात्रों को मूलभूत सुविधाएं भी ठीक से नहीं मिल रही हैं।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। ईश्वर शरण डिग्री कालेज पुलिस चौकी के सामने सलोरी मार्ग पर स्थित आश्रम पद्धति का विकास विद्यालय में अव्यवस्था का बोलबाला है। नाराज छात्रों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर एडीएम सिटी कार्यालय के सामने घेराव-प्रदर्शन किया। छात्रों ने जमकर हंगामा काटा। नारेबाजी कर अव्यवस्था दूर करने की मांग की। एडीएम सिटी सत्यम मिश्र ने प्रधानाचार्य सत्य प्रकाश तिवारी को फोन करके फटकार लगाते हुए व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए। जिला समाज कल्याण अधिकारी को चेतावनी दी कि शीघ्र विद्यालय व छात्रावास की व्यवस्था में सुधार कराएं।
ओम गायत्री नगर में आश्रम पद्धति विद्यालय संचालित हो रहा है। इसमें कक्षा एक से 10 तक के छात्रों को पढ़ाया जाता है। छात्रावास में 33 कमरे हैं, जिसमें 245 छात्रों के रहने की क्षमता है। इस समय 230 छात्र हैं। यह विद्यालय समाज कल्याण विभाग की ओर से संचालित है।
विद्यालय में एक प्रधानाचार्य, एक क्लर्क, 13 शिक्षक, तो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी व दो सफाई कर्मी हैं। छात्रावास में रहने वाले छात्रों के लिए मेस का संचालन होता है। मेस संचालन के लिए मेसर्स वीके ट्रेडर्स जूही बंबुरहिया कानपुर ने टेंडर लिया है। छात्रों को भोजन व नाश्ते के लिए समाज कल्याण विभाग से 75 रुपये निर्धारित है जबकि फर्म ने 73 रुपये में टेंडर लिया है।
फर्म की ओर से मेस में एक महिला व दो पुरुष रसोइया रखे गए हैं जो देर से नाश्ता और भोजन देते हैं। यही नहीं नाश्ता और भोजन मेन्यू के मुताबिक नहीं दिया जाता है। नाश्ता और भोजन की गुणवत्ता ठीक नहीं रहती। तीन दिन पहले छात्रों ने इसका विरोध किया था मगर कोई कार्यवाही नहीं हुई तो सौ से ज्यादा छात्र सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंच गए।
एडीएम सिटी ने छात्रों से मिलकर उन्हें किसी तरह शांत कराया। इसके बाद प्रधानाचार्य को फोन कर जमकर फटकार लगाई। निर्देश दिए कि किसी भी हाल में भोजन व नाश्ते की गुणवत्ता सुधारी जाए। उन्होंने फर्म का टेंडर निरस्त करते हुए दूसरी एजेंसी को जिम्मेदारी देने के निर्देश दिए।
पैदल पहुंच गए कलेक्ट्रेट
छात्रावास में अव्यवस्था व मेन्यू के मुताबिक भोजन न मिलने से नाराज छात्र सोमवार दोपहर में लगभग 12 बजे चुपके से निकल गए। सभी छात्र बारी-बारी से बाहर निकले। पैदल ही कलेक्ट्रेट पहुंचे और अधिकारियों के सामने अव्यवस्था को लेकर नाराजगी जताई।
दोपहर बाद तीन बजे पक रहा था भोजन
छात्रावास के मेस संचालक की मनमानी इतनी बढ़ गई है कि प्रधानाचार्य को एडीएम सिटी की फटकार के बाद भी दोपहर का भोजन तीन बजे बन रहा था। आलू मटर भगोला में बन रहा था। चावल पकाकर खुले में ही रखा गया था।
खास बातें
-75 रुपये निर्धारित हैं प्रति छात्र भोजन व नाश्ता का, 73 रुपये में फर्म ने लिया है टेंडर
-245 छात्रों की क्षमता है विद्यालय के छात्रावास की, जिसमें इस समय हैं 230 विद्यार्थी
-02 सफाई कर्मी आउटसोर्सिंग के और दो चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी हैं फिर गंदगी फैलीछा
टूटीं खिड़कियों और दरवाजों से परेशानी
प्रयागराज : छात्रावास की भी स्थिति भी बेहद खराब हो गई है। सभी कमरों की खिड़कियां टूटीं हैं। खिड़कियों की ग्रिल तो टूटी ही है, साथ ही जाली और कांच भी टूटे हैं, जिससे मच्छर कमरों में घुसते हैं। किसी तरह छात्र इन खिड़कियों को चद्दर का परदा लगाकर ढके हैं, फिर मच्छर घुस जाते हैं। छतों व दीवारों के प्लास्टर उखड़ गए हैं। जमीन की फर्श भी उखड़ी है। दरवाजों के चौखट भी टूटे हैं। हैंडवाश यूनिट भी बदहाल हैं। टायलेट व यूरिनल में बदबू है। मेस में भी गंदगी व्याप्त है। छात्रावास भवन के चारों ओर गंदगी फैली है। परिसर में बकरियां व गाय पाली जा रही हैं।
वर्ष 1959 का विद्यालय, नहीं बन रहा नया भवन
यह विद्यालय 1959 से संचालित है। इसके नए भवन के लिए 2022 से ही पत्राचार चल रहा है। यूपीसिडको को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है मगर अब तक इसका निर्माण नहीं शुरू हो सका है। सिर्फ छात्रावास का भवन नया है।
छात्रों ने पूर्व में प्रधानाचार्य का किया था
प्रधानाचार्य के पत्र के बाद भी समाज कल्याण अधिकारी ने उठाया कदम आश्रम पद्धति विद्यालय व छात्रावास में व्याप्त अव्यवस्था तथा इससे छात्रों की नाराजगी का पत्र प्रधानाचार्य एसपी तिवारी ने 22 अगस्त को ही जिला समाज कल्याण अधिकारी भेज दिया था। उस दिन छात्रों ने प्रधानाचार्य का घेराव किया था। बावजूद इसके जिला समाज कल्याण अधिकारी द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।