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    G20 Summit: वाराणसी में G20 सम्मेलन में PM मोदी का संदेश, आर्थिक विकास, विविधीकरण के लिए विरासत महत्वपूर्ण

    By Jagran NewsEdited By: Pragati Chand
    Updated: Sun, 27 Aug 2023 11:57 AM (IST)

    वाराणसी में हो रहे जी-20 सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हमें अपनी विविधता पूर्ण संस्कृति पर गर्व है। पीएम ने जी-20 कार्ययोजना को आकार देने में संस्कृति मंत्री समूह की भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा कि यह फोर सी-संस्कृति (कल्चर) रचनात्मकता (क्रिएटिविटी) वाणिज्य (कामर्स) और सहयोग (कोआपरेशन) के महत्व को बताता है। विश्वास जताया कि कार्य समूह के प्रयासों से पारंपरिक जीवन शैली को बढ़ावा मिलेगा।

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    प्रधानमंत्री मोदी के वीडियो संदेश से शुरू हुई जी-20 संस्कृति मंत्री समूह की बैठक। -जागरण

    वाराणसी, जागरण संवाददाता। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वीडियो संदेश से शनिवार को जी-20 संस्कृति मंत्री समूह (कल्चर मिनिस्टर ग्रुप) की बैठक शुरू हुई। प्रधानमंत्री ने प्रतिनिधियों का अपने संसदीय क्षेत्र में स्वागत करते हुए देश व काशी की संस्कृति, वैभव का उल्लेख करते हुए विश्व को संदेश दिया कि किसी भी देश की विरासत उसके आर्थिक विकास और विविधीकरण के लिए महत्वपूर्ण संपत्ति होती है। हमें अपनी विविधता पूर्ण संस्कृति पर गर्व है।

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    प्रधानमंत्री ने जी-20 कार्ययोजना को आकार देने में समूह की भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा कि यह फोर सी-संस्कृति (कल्चर), रचनात्मकता (क्रिएटिविटी), वाणिज्य (कामर्स) और सहयोग (कोआपरेशन) के महत्व को बताता है। हमें खुशी है कि आपके समूह ने कल्चर यूनाइट्स आल अभियान शुरू किया है। भारत का मंत्र भी है-’विरासत भी, विकास भी।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि सांस्कृतिक विरासत सिर्फ वह नहीं, जो पत्थरों पर गढ़ी जाती हैं। पीढ़ियों से चली आ रहीं परंपराएं, रीति-रिवाज और पर्व भी इसका महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।

    उन्होंने विश्वास जताया कि कार्य समूह के प्रयासों से पारंपरिक जीवन शैली को बढ़ावा मिलेगा। देश के विभिन्न हिस्सों में स्थित जनजातीय संग्रहालयों का उल्लेख करते हुए ‘युगे युगीनÓ भारत राष्ट्रीय संग्रहालय’ बनाने की योजना के बारे में बताया। कहा कि जब यह मूर्तरूप लेगा तो 5000 वर्षों से पुराने इतिहास व संस्कृति को प्रदर्शित करने वाला विश्व का सबसे बड़ा संग्रहालय होगा। 1.8 बिलियन डालर की लागत से शुरू होने जा रही ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’ का जिक्र करते हुए कहा कि इससे पारंपरिक कारीगरों के लिए मददगार तंत्र तैयार होगा। यह उन्हें अपना कारोबार बढ़ाने के साथ भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण में योगदान देने में सक्षम बनाएगा। केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से उपजी समस्याओं के स्थायी समाधान में संस्कृति की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

    इसे भी पढ़ें, G-20 Summit: CM योगी और केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी वाराणसी में सांस्कृतिक कार्यक्रम में हुए शामिल

    इस दौरान संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल व मीनाक्षी लेखी भी मौजूद रहीं। श्वेत पत्र पर बनी आम सहमति:जी-20 संस्कृति मंत्री समूह की बैठक में सांस्कृतिक कार्य समूह की ओर से तय चार प्रमुख एजेंडों सांस्कृतिक संपत्ति का संरक्षण और पुनर्स्थापना, भविष्य के लिए मौजूदा विरासत का उपयोग, सांस्कृतिक एवं रचनात्मक अर्थव्यवस्था, संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी पर मंथन के बाद बनाई गई रिपोर्ट पर आम सहमति बनी और इसे ‘जी-20 कल्चर: शेपिंग द ग्लोबल नैरेटिव फार इनक्लूसिव ग्रोथ’ शीर्षक से जारी किया गया। संस्कृति सभी को एकजुट करती है (कल्चर यूनाइट्स आल) की थीम पर डाक टिकट भी जारी किया गया। बैठक में सांस्कृतिक साझेदारी बढ़ाने को लेकर भारत की अमेरिका समेत कई देशों के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी हुई।