लालबहादुर और वी. पी. सिंह के करीबी पारसनाथ दुबे का 96 वर्ष की आयु में निधन, राजनीति के एक दौर का अंत
प्रसिद्ध राजनेता और लालबहादुर शास्त्री व वी. पी. सिंह के करीबी रहे पारसनाथ दुबे का 96 वर्ष की आयु में निधन हो गया। दुबे जी ने अपना जीवन राजनीति और समा ...और पढ़ें

पारसनाथ दुबे का 96 वर्ष की आयु में निधन।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री और विश्वनाथ प्रताप सिंह के करीबी रहे 96 वर्षीय पारसनाथ दुबे का मंगलवार को निधन हो गया। सोरांव तहसील के गांव राजापुर मल्हुआ के निवासी पारसनाथ कांग्रेस नेता थे।
पारसनाथ दुबे ने विजयलक्ष्मी पंडित की हाथ थामकर राजनीति में कदम रखा था। तब वे 14 साल के थे। अपनी लगन व समाज के प्रति समर्पण के बलबूते पारसनाथ दिग्गज नेताओं के विश्वासपात्र बन गए।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलापति त्रिपाठी और हेमवती नंदन बहुगुणा से भी उनके आत्मीय संबंध थे। ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को शिक्षित करने के लिए मेवालाल अयोध्या प्रसाद इंटर कालेज की स्थापना कराई।
उनके आग्रह पर 26 अप्रैल 1965 को तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने सोरांव आकर कालेज का शिलान्यास किया था। पारसनाथ 1990 तक राजनीति में सक्रिय रहे। जीवनपर्यंत वह कांग्रेस जुड़े रहे। खादी और टोपी उनकी पहचान थी। ''''नेता जी'''' के नाम से लोग उन्हें स्नेहपूर्वक संबोधित करते थे।
कल होगा अंतिम संस्कार
पारसनाथ के निधन पर मेवालाल अयोध्या प्रसाद इंटर कॉलेज में शोक सभा हुई। बताया गया कि अंतिम संस्कार बुधवार को चंद्रशेखर आजाद घाट (रसूलाबाद घाट) पर सुबह 11 बजे होगा। डॉ. शैलेश कुमार पांडेय ने कहा कि पारस नाथ ने न केवल इस विद्यालय की नींव रखी, बल्कि हजारों विद्यार्थियों के भविष्य को संवारने में जीवन समर्पित कर दिया।
भाजपा महानगर अध्यक्ष संजय गुप्ता, स्कूल के प्रधानाचार्य अरविन्द कुमार सिंह, डॉ. रवीन्द्र प्रताप, गया प्रसाद, डॉ. राम प्रताप, सुचेत शर्मा, डॉ. वंदना सिंह, साधना, कविता त्रिपाठी, अमर सिंह, शैलेन्द्र पटेल, धर्मेंद्र सिंह, अजय पटेल, जगदीश प्रसाद ने शोक जताया।

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