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    प्रयागराज की गोशालाओं में मवेशी मिले दुर्गति के शिकार, लापरवाही बरतने पर निलंबित होंगे संबंधित गांवों के दो सचिव

    By Brijesh SrivastavaEdited By: Brijesh Srivastava
    Updated: Mon, 24 Nov 2025 07:08 PM (IST)

    प्रयागराज की गोशालाओं में मवेशियों की दुर्दशा सामने आने के बाद दो सचिवों को निलंबित किया जाएगा। प्रतापपुर ब्लॉक की गोशालाओं में जांच के दौरान अव्यवस्था पाई गई, जहाँ मवेशी बुरी हालत में थे। प्रभारी सीडीओ ने कार्यवाही करते हुए निलंबन की सिफारिश की, जिसमें बसनेहटा और अलावलपुर गांव के सचिव शामिल हैं। गोशालाओं में उचित चारा-पानी का इंतजाम नहीं था।

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    प्रयागराज के प्रतापपुर ब्लाक के दो ग्राम पंचायतों में गोशाला की दुर्दशा पर सचिवों पर कार्रवाई की तलवार लटकी। 

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। लगातार मिल रहीं शिकायतों पर प्रभारी सीडीओ ने प्रतापपुर ब्लाक क्षेत्र की दो गोशालाओं की जांच कराई थी। इसमें दोनों ही जगह व्यवस्थाएं ध्वस्त व मवेशी दुर्गति के शिकार मिले। इस पर दोनों गांवों के सचिवों के निलंबन की संस्तुति की गई है। इसमें एक सचिव की मूल तैनाती बरेली में है।

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    प्रतापपुर के बसनेहटा व अलावलपुर गांव की गोशालाएं

    प्रतापपुर ब्लाक क्षेत्र की बसनेहटा और अलावलपुर ग्राम पंचायतों में गोशालाएं हैं। इन दोनों ही गोशालाओं में मवेशियों की देखरेख में लापरवाही की शिकायत लगातार प्रशासन के पास पहुंच रहीं थी। इस पर प्रभारी सीडीओ जीपी कुशवाह ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. शिवनाथ यादव से इसकी जांच कराई।

    सीवीओ को दो बार की जांच में अव्यवस्था मिली

    करीब 20 दिन के अंदर दो बार सीवीओ गोशालाओं की जांच करने पहुंचे। दोनों ही बार व्यवस्थाएं चौपट मिलीं। गोशालाओं में भूसा, हरा चारा, पशुआहार, चोकर आदि मिला नहीं। पशुओं को पुआल की कुट्टी खिलाई जा रही थी। पानी की टंकियों में काई की मोटी परत जमी थी। एक जगह पानी की टंकी में हड्डी पड़ी मिली। कई पशु बीमारी से बेहाल थे। गोशालाओं में कोई दस्तावेज भी नहीं थे।

    प्रभारी सीडीओ बोले- निलंबन की संस्तुति

    प्रभारी सीडीओ ने बताया कि बसनेहटा में तैनात ग्राम विकास अधिकारी सिद्धार्थ त्रिपाठी व अलावलपुर की ग्राम पंचायत अधिकारी पूर्णिमा सिंह के खिलाफ निलंबन की संस्तुति की गई है। पूर्णिमा सिंह पर कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखा गया है। जबकि, सचिव सिद्धार्थ त्रिपाठी की मूल तैनाती बरेली जनपद में है। वह प्रयागराज में संबद्ध होकर सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे में, उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए बरेली प्रशासन को पत्र भेजा गया है।