Mahakumbh 2025: साथ में थे पांच लोग, धक्का आया और फिर कोई नहीं मिला... भगदड़ के चश्मदीदों ने बताया आंखों देखा हाल
Mahakumbh 2025 Stapede At Mauni Amavasya कुंभ मेले में भगदड़ के दौरान पांच दोस्त बिछड़ गए। चंदौली से आए अवधेश और बलिया से आई सविता अपने साथियों को ढूंढने के लिए अस्पताल-दर-अस्पताल भटक रहे हैं। मौनी अमावस्या पर संगम तट के पास अचानक भीड़ का दबाव बढ़ने से भगदड़ मच गई। महाकुंभ में मौनी अमावस्या के स्नान के लिए अनुमान से अधिक भीड़ पहुंची है।
जागरण संवाददाता, महाकुंभ नगर। मेरे साथ पांच लोग थे। हम लोग संगम में स्नान के लिए जा रहे थे। भीड़ बहुत ज्यादा थी। अचानक बहुत तेज भीड़ में धक्का आने लगा। धक्का पीछे से आ रहा था। हम लोग खुद को संभालने में लगे थे। अचानक हम गिर गए और किसी तरह पूरी ताकत लगाकर उठे तो आस-पास कोई नहीं था। मेरे सारे दोस्त कहां गए दिख नहीं रहे थे।
मैं उन्हें चिल्ला-चिल्ला के गुहार लगा रहा था। लेकिन इतना शोर था कि कुछ सुनाई नहीं पड़ रहा था। कुछ देर बाद पुलिस ने मुझे अस्पताल भेजा, पर जहां जा रहा हूं वहां कोई नहीं मिल रहा है। यह बातें चंदौली से आए अवधेश ने कही। वह महाकुंभ के सेक्टर दो स्थित केंद्रीय अस्पताल में अपने साथ रहे दोस्तों को ढूंढ रहे थे। मौनी अमावस्या पर भगदड़ के समय वह घटना स्थल पर ही थे।
ठंड के बीच पसीने से भीग गए
उन्होंने बताया कि गांव से हम दो लोग साथ चले थे। यहां चार लोग पहले से मौजूद थे। हम सब लोग एकत्रित होकर संगम की ओर बढ़ रहे थे। भीड़ धकेल रही थी। धक्का तेज होता जा रहा था। ठंड के बीच पसीने से हम लोग भीग गए थे। अचानक साथ रही महिला गिर गई और बेहोश हो गई। हम लोग भी इधर उधर गिरे और जब उठे तो कोई साथ नहीं था। कोई कुछ नहीं बता रहा है। बस अस्पताल भेज रहे हैं, अस्पताल में कोई मिल नहीं रहा है।
बलिया की सविता भी रोते हुए अस्पताल पहुंची
ऐसे ही शब्द बलिया से आई सविता का था। वह रोते हुए अस्पताल पहुंची थी । बोलीं हम स्नान करने आए हैं, साथ में रहे लोग बिछड़ गए हैं।
मौनी अमावस्या पर बुधवार को संगम तट के पास अचानक भीड़ का दबाव बढ़ने से भगदड़ हो गई है। भीड़ को संभालने में पूरा तंत्र जुटा हुआ है। घायलों को अस्पताल ले जाया जा रहा है। मृतकों को पोस्टमार्टम हाऊस भेजा जा रहा है।
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