Mahakumbh 2025 में AI से मजबूत होगा सुरक्षा तंत्र, एनालिटिक्स साल्यूशन सिस्टम से भीड़ कंट्रोल करने में मिलेगी मदद
Mahakumbh 2025 प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के सुरक्षा तंत्र को तकनीक से प्रभावी बनाया जा रहा है। एडवांस्ड एआइ ड्रिवन डाटा एनालिटिक्स साल्यूशन सिस्टम की ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। दिव्य व भव्य के साथ डिजिटल महाकुंभ में सुरक्षा प्रबंधन के दृष्टिगत एडवांस्ड एआइ ड्रिवन डाटा एनालिटिक्स साल्यूशन सिस्टम को लागू करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस सिस्टम को लागू करने से महाकुंभ पुलिस का सर्विलांस कई गुना अधिक प्रभावी और मजबूत हो जाएगा। इससे सुरक्षा प्रबंधन के दृष्टिगत भीड़ प्रबंधन समेत विभिन्न पहलुओं की विवेचना करते हुए घटनास्थल व चिह्नित क्षेत्रों के रियल टाइम डाटा को एनालाइज कर प्रभावी स्ट्रैटेजी बनाने में मदद मिलेगी।
इस प्रक्रिया को पूरा करने और सर्विलांस के लिए विशिष्ट टीम गठित हो रही है, जो इस सिस्टम को लागू करने, प्रत्येक पुलिस कर्मियों व सुरक्षा स्टाफ को ट्रेंड करने तथा विभिन्न प्रकार के रिपोर्ट्स के निर्धारण व निर्माण में मददगार साबित होगा। एसएसपी महाकुंभ राजेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि इस सिस्टम से सुरक्षा के साथ ही मेला संचालन के लिए प्रभावी रणनीति बनाई जा सकेगी।
मेले की सुरक्षा का रखा जाएगा ध्यान
विशिष्ट टीम बड़े डेटासेट पर एआइ व मेटा डेटा आधारित बिग डेटा एनालिटिक्स साल्यूशन सिस्टम का निर्माण व संचालन करेगी। इससे आयोजन को सुरक्षित बनाया जा सकेगा। इस सिस्टम को महाकुंभ के शुरू होने के पहले टेस्टिंग फेज पूरा करने के बाद डिप्लाय कर दिया जाएगा। डाटा एनालिटिक्स साल्यूशन का उद्देश्य बड़े पैमाने पर डेटा सेटों को वास्तविक समयबद्ध विश्लेषण को सक्षम करना है, जिससे महाकुंभ के दौरान प्रभावी भीड़ प्रबंधन और सार्वजनिक सुरक्षा की सुविधा मिल सके।
इसका उद्देश्य अंतर-एजेंसी समन्वय को बढ़ाना है। समय पर संभावित खतरे का पता लगाना तथा राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए कार्रवाई योग्य खुफिया जानकारी उत्पन्न करना भी इसका मकसद है। इसके अतिरिक्त, सिस्टम का उद्देश्य मजबूत डाटा हैंडलिंग और स्केलेबिलिटी सुनिश्चित करना है, जो आयोजन के सुरक्षित और कुशल निष्पादन का समर्थन करना है।
संगोष्ठी का हुआ आयोजन
प्रयागराज। मोती लाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में शनिवार को सम्राट हर्षवर्धन शोध संस्थान व मौलाना अबुल कलाम आजाद इंस्टीट्यूट आफ एशियन स्टडीज ने संगोष्ठी की। इसका विषय भारतीय संस्कृति में कुंभ की परंपरा और प्रयाग कुंभ था। मुख्य अतिथि औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने कहा कि महाकुंभ भारतीय संस्कृति एवं परंपरा का ध्वजवाहक है, जहां सर्वे भवंतु सुखिनः की वैश्विक भावना साकार रूप लेती है।
प्रयागराज की पावन धरा सदियों से आध्यात्मिक उत्थान एवं मोक्ष की प्राप्ति के लिए आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं का आतिथ्य करती आई है। महाकुंभ का आयोजन सनातन संस्कृति के साथ ही प्रयागराज के विशिष्ट महत्त्व को भी रेखांकित करता है। महाकुंभ- 2025 में विश्व भर से आने वाले अतिथि और श्रद्धालु अपने साथ जीवन भर की स्मृतियां लेकर लौटेंगे।
महाकुंभ सामाजिक समरसता का भी दर्पण है। बिना भेदभाव करोड़ों लोग पतित पावनी मां गंगा, यमुना व सरस्वती की त्रिवेणी में डुबकी लगाते हैं। जो लोग वोटबैंक के लालच में समाज को बांटना चाहते हैं उन्हें यह देखना चाहिए। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति सूर्य प्रकाश केसरवानी, प्रो. डीपी तिवारी, पूर्व सांसद डा. रीता बहुगुणा जोशी, डा. स्वरूप प्रसाद घोष, अनिल कुमार गुप्ता अन्नू भैया, डा. प्रदीप कुमार केसरवानी, रौनक गुप्ता आदि मौजूद रहे।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।