MahaKumbh: इन आठ रेलवे स्टेशनों से होगा संचालन, मौनी अमावस्या के लिए 8000 बसें व 400 विशेष ट्रेनें तैयार
मौनी अमावस्या पर प्रयागराज में रेलवे 400 मेला विशेष ट्रेनें और रोडवेज 8000 बसें चलाएगा। 29 जनवरी को 170 विशेष ट्रेनें मात्र 24 घंटे में संचालित होंगी। 58 ट्रेनें रद्द कर आसपास के ट्रैक खाली किए जाएंगे। प्रयागराज के 10 अस्थायी बस अड्डों और आठ रेलवे स्टेशनों से संचालन होगा। भीड़ प्रबंधन के लिए खुसरो बाग में व्यवस्था और विशेष सूचना पुस्तिका यात्रियों को उपलब्ध कराई जाएगी।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। महाकुंभ के सबसे बड़े स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर रेलवे 400 मेला विशेष ट्रेन चलाएगा, जबकि 8,000 रोडवेज बसें संचालित होंगी। 29 जनवरी को मात्र 24 घंटे में लगभग 170 से मेला विशेष ट्रेनें चलेंगी, यह अपने आप में एक बड़ा कीर्तिमान होगा।
ट्रेनों का संचालन आठ रेलवे स्टेशन यथा प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज, छिवकी नैनी, रामबाग, झूंसी, प्रयाग व फाफामऊ से होगा। जबकि 8000 रोडवेज बसें 10 अस्थायी बस अड्डे से चलेंगी। प्रयागराज जंक्शन के सेटेलाइट स्टेशन के रूप में काम कर रहे सूबेदारगंज स्टेशन पर बड़ी संख्या में यात्रियों को ले जाया जाएगा, ऐसे में यात्रियों की पहुंच आसान करने के लिए यहां आरपीएफ परेड मैदान में दसवां अस्थायी बस अड्डा बना दिया गया है।
गुरुवार को मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में उत्तर मध्य रेलवे, पूर्वोत्तर रेलवे और उत्तर रेलवे ने मौनी अमावस्या को लेकर महामंथन किया। निर्णय हुआ कि ट्रेनों की सूचना के साथ रोडवेज बसों की सूचना भी उपलब्ध कराई जाएगी। एक विशेष सूचना पुस्तिका भी यात्रियों को वितरित की जाएगी।
दिल्ली-हावड़ा रूट, प्रयागराज-मुंबई रूट, प्रयागराज-वाराणसी-गोरखपुर रूट, प्रयागराज-प्रतापगढ़-अयोध्या रूट, प्रयागराज-लखनऊ रूट, प्रयागराज-जौनपुर रूट के लिए विशेष रणनीति बनाई गई है। कानपुर, पीडीडीयू, सतना, झांसी, अयोध्या, जौनपुर, लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर और मऊ के लिए सर्वाधिक ट्रेनें चलेंगी।
प्रयागराज स्टेशन। जागरण
रिंग रेल के आलवा मौनी अमावस्या के एक दिन पहले से लेकर एक दिन बाद तक 400 से अधिक ट्रेनों के संचालन शेड्यूल किया गया है। इसमें सर्वाधिक ट्रेन प्रयागराज जंक्शन से चलेंगी। यह किसी भी रेलवे स्टेशन से विशेष ट्रेनों के संचालन की सबसे बड़ी संख्या होगी।
58 ट्रेनें रद व एक दर्जन का बदला रूट
इसके लिए अब 58 ट्रेनों को रद कर व एक दर्जन ट्रेनों का रूट बदलकर प्रयागराज के आस-पास का रेलवे ट्रैक खाली रखा जाएगा, ताकि विशेष ट्रेनों का संचालन आसान हो सके। प्रेस वार्ता में डीआरएम हिमांशु बडोनी ने बताया कि 13 से 23 जनवरी तक 950 विशेष ट्रेनों का संचालन हो चुका है।
इसमें 425 ट्रेनों से श्रद्धालु आए और 525 ट्रेनों से वापस गए। मकर संक्रांति पर अत्यधिक भीड़ बढ़ने पर शेड्यूल की गई विशेष ट्रेनों से भी ज्यादा ट्रेनें चलाई गई और कुल 134 ट्रेनों का संचालन हुआ। महाकुंभ के लिए रेलवे बोर्ड ने 25 अतिरिक्त रेक की व्यवस्था कर दी है।
अब 125 रेक पर दोनों तरफ इंजन लगाए जाएंगे। इनका संचालन बिना ट्रेन को बैक किए हो सकेगा। वहीं, भीड़ प्रबंधन के लिए खुसरो बाग में एक लाख श्रद्धालुओं को रोकने की व्यवस्था की गई है। यहां इस्कान द्वारा भोजन और जल भी उपलब्ध कराया जाएगा।
महाकुंभ में भीड़ बहुत अधिक बढ़ गई है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 13 दिन में 13 लाख यात्रियों ने टिकट खरीदकर ट्रेन से प्रयागराज की यात्रा की और इससे रेलवे को 71.28 करोड़ रुपये की कमाई हुई है। इस दौरान सीनियर डीसीएम हिमांशु शुक्ला, एडीआरए संजय सिंह, वरिष्ठ डीओएम श्रीकृष्ण शुक्ल, सीपीआरओ शशिकांत त्रिपाठी व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
महत्वपूर्ण जानकारियां
- प्रयागराज जंक्शन आने वाली कई ट्रेनें छिवकी और सूबेदारगंज से चलेंगी
- महाकुंभ क्षेत्र से रेलवे स्टेशन तक उद्घोषणा यंत्रों से ट्रेनों की सूचनाएं प्रसारित होती रहेंगी
- लखनऊ और अयोध्या के लिए यात्रियों को प्रयाग व फाफामऊ स्टेशन में विशेष ट्रेन खड़ी होंगी
- दारागंज स्थित प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन यात्रियों के लिए बंद रहेगा
- वाराणसी और गोरखपुर रूट के लिए रामबाग और झूंसी स्टेशन पर ट्रेनें उपलब्ध होंगी
- मीरजापुर व मध्य प्रदेश रूट पर नैनी और छिवकी स्टेशन पर विशेष ट्रेनों बैठने का प्रबंध होगा
- कानपुर रूट की विशेष ट्रेनों का इंतजार सूबेदारगंज स्टेशन पर होगा ।
- दिल्ली-हावड़ा रूट की ट्रेनें प्रयागराज जंक्शन पर मिलेंगी।
- आरक्षित टिकट वाले यात्रियों के लिए अलग यात्री स्थल बनाए गए हैं
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