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    Maha Kumbh 2025: महाकुंभ की 103 परियोजनाओं का 200 करोड़ का अंतिम भुगतान रोका, जांच के लिए टीमें गठित

    Prayagraj Maha Kumbh 2025 | प्रयागराज में महाकुंभ की 103 परियोजनाओं के लगभग 200 करोड़ रुपये का अंतिम भुगतान रोक दिया गया है। मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत के निर्देश पर 21 टीमें इन परियोजनाओं की जांच कर रही हैं। जांच में परियोजनाओं के एस्टीमेट और गुणवत्ता की जांच की जाएगी। रिपोर्ट आने के बाद ही भुगतान पर निर्णय लिया जाएगा।

    By GYANENDRA SINGH1 Edited By: Sakshi Gupta Updated: Sun, 27 Apr 2025 05:23 PM (IST)
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    महाकुंभ की 103 परियोजनाओं का 200 करोड़ का अंतिम भुगतान रोका। (तस्वीर जागरण)

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। महाकुंभ की 103 परियोजनाओं का लगभग 200 करोड़ रुपये का अंतिम भुगतान रोक दिया गया है। दरअसल, मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत के निर्देश पर इन परियोजनाओं की 21 टीमें जांच कर रही हैं। जांच शुरू हो गई है।

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    जांच में देखा जाएगा कि इन परियोजनाओं के कार्य एस्टीमेट के मुताबिक कराए गए हैं अथवा नहीं। परियोजनाओं के एस्टीमेट जितने के बने थे, वह सब उचित थे या नहीं। इसकी रिपोर्ट 10 मई तक देने के निर्देश दिए गए हैं।

    इन 103 परियोजनाओं का एस्टीमेट लगभग 840 करोड़ रुपये है, जिनका 75 प्रतिशत भुगतान हो चुका है। अब अंतिम भुगतान लगभग 25 प्रतिशत धनराशि रोक दी गई है। निर्देश दिए गए हैं कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही भुगतान किया जाएगा। मंडलायुक्त ने पिछले हफ्ते में उच्च स्तरीय जांच टीमें गठित की हैं।

    जांच के लिए 12 टीमें गठित

    पीडीए द्वारा कराए गए 59 परियोजनाओं के कार्य की जांच के लिए 12 टीम गठित की गई हैं‚ जिसमें 12 अधिशासी अभियंता एवं 25 सहायक अभियंता शामिल किए गए हैं। नगर निगम के 44 प्रोजेक्ट के कार्यों की जांच के लिए नौ जांच टीमों का गठन किया गया है‚ जिसमें नौ अधिशासी अभियंता एवं 18 सहायक अभियंता शामिल हैं। इनमें सबसे ज्यादा सड़क परियोजनाएं शामिल हैं। पार्क तथा चौराहोें के भी कुछ प्रोजेक्ट हैं।

    उच्चाधिकारियों तक पहुंचीं शिकायतें

    ये सभी कार्य महाकुंभ के मद्देनजर कराए गए हैं, जिनकी गुणवत्ता तथा एस्टीमेट को लेकर कई शिकायतें उच्चाधिकारियों तक पहुंची हैं। इसीलिए अब इनकी जांच कराई जा रही है। जांच टीमों में पीडीए व नगर निगम के अधिकारी नहीं है, बल्कि जल निगम, सिंचाई, आरईडी व लोक निर्माण विभाग के अधिकारी शामिल किए गए हैं।

    नगर निगम और प्रयागराज विकास प्राधिकरण के 103 प्रोजेक्ट की उच्च स्तरीय जांच कराई जा रही है। इसके लिए विभिन्न विभागों की 21 टीमें गठित की गई हैं। जांच रिपोर्ट आने तक इन परियोजनाओं का अंतिम भुगतान रोका गया है।

    -विजय विश्वास पंत, मंडलायुक्त

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