Prayagraj News : बंधवा के लेटे हनुमान जी ने दिए दर्शन, 11 दिन जलशयन के बाद पूजन-अर्चन भक्तों को सुलभ
प्रयागराज के बंधवा स्थित लेटे हनुमान जी का मंदिर 11 दिन बाद फिर खुला। गंगा में जलस्तर बढ़ने से हनुमान जी जलमग्न थे। सफाई के बाद ढाई क्विंटल फल अर्पित किए गए और पंचामृत से अभिषेक हुआ। भक्तों में भारी उत्साह था और मंदिर के आसपास स्वच्छता अभियान चलाया गया।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। संगम के निकट बंधवा स्थित लेटे हनुमान जी का मंगलवार शाम भक्तों ने दर्शन किया। गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण हनुमान जी का 11 दिन जलशयन रहा। जल वापस होने और साफ सफाई के बाद 12 वें दिन पट खोले गए और भव्य शृंगार किया गया।
श्री हनुमान जी को पांच तरह के फल ढाई क्विंटल अर्पित किए गए। इसमें इसमें केला, सेब, नाशपाती, अमरूद, पपीता शामिल किया गया। महंत बलवीर गिरि ने आरती की और बताया कि मां गंगा के वापस जाने के बाद पंचामृत से हनुमान जी का अभिषेक किया गया।
तीर्थराज प्रयाग की यह महिमा है कि मां गंगा हर साल लेटे हनुमान जी के पांव पखारने आती हैं। इस वर्ष हनुमान जी पांच बार महास्नान किया। मंगलवार को जब मंदिर खुला तो घंटे की ध्वनि, शंखनाद, ढोल और जयकारों की गूंज से पूरा मंदिर ही नहीं बल्कि आसपास का इलाका गूंजने लगा। महंत बलवीर गिरि ने बताया कि हनुमान जी की पूजा अर्चना विधिवत शुरू हो गई है। श्रद्धालु अब दर्शन करने आ सकते हैं।
उमड़ पड़ा श्रद्धालुओं का उत्साह
हनुमान जी के जलशयन से बाहर आने की सूचना शहर में बड़ी तेजी से फैली। श्रद्धालु दौड़ पड़े दर्शन के लिए। दोपहर बाद से ही भक्तों का तांता लगने लगा। तमाम लोग परिवार सहित पहुंचे। आरती हुई तो भक्तों की बड़ी भीड़ रही। शाम होते-होते लोगों के उत्साह का सागर ही उमड़ पड़ा।
मंदिर के आसपास चलाया स्वच्छता अभियान
भागीरथ सहयोग सेवा संस्थान ने मंदिर के आसपास स्वच्छता कार्य में योगदान दिया। इसके संस्थापक अवनीश सिंह चंदेल ने नेतृत्व किया। श्रद्धालुओं से कहा गया कि आस्था के साथ स्वच्छता को भी जीवन का अनिवार्य हिस्सा बनाएं। संस्थान के संयुक्त सचिव अंकित, प्रदेश अध्यक्ष अवनीश मौर्य, प्रदेश सचिव शिवराज सिंह, अवनीश पांडेय आदि मौजूद रहे।
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