Sawan Somvar : सावन के चौथे सोमवार को ब्रह्म-ऐंद्र योग में पूजे जाएंगे महादेव शिव, जानें पुण्यकारी संयोग के रहस्य
यूं तो सावन माह भर शिव मंदिरों में पूजन-अर्चन का क्रम चलता है लेकिन सावन के सोमवार का महत्व ही अलग है। कल चौथे सोमवार को लेकर प्रयागराज के शिव मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना के लिए भक्तों की भीड़ जुटेगी। इस दिन विशेष संयोग भी बन रहा है जो पूजन के महत्व को बढ़ाएगा।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। हृदय में आस्था की बयार। उम्र का बंधन, न कोई वेदना। मनभावन सावन में हर कोई महादेव शिव की भक्ति में रमा है। रविवार को बारिश की फुहार ने भक्ति का भाव और चटख कर दिया। नर, नारी व बच्चों ने शिवालय पहुंचकर शिवलिंग के समक्ष मत्था टेका। शिवालयों व घरों में रुद्राभिषेक कराने का क्रम जारी है।
कल सावन का चौथा सोमवार है। श्री मनकामेश्वर महादेव, दशाश्वमेध महादेव, गंगोली शिवालय, पंचमुखी, कोटेश्वर महादेव, श्री हाटकेश्वरनाथ महादेव, शिव कचहरी, भोले गिरि सहित समस्त शिवालयों में जलाभिषेक और दर्शन को श्रद्धालुओं जुटेंगे।
सोमवार को दशमी तिथि सुबह 9.52 बजे तक है। इसके बाद एकादशी लग जाएगी। अनुराधा नक्षत्र सुबह 8.44 बजे तक है। सुबह 8.45 बजे से ज्येष्ठा नक्षत्र लगेगा। वहीं, ब्रह्म योग सुबह 7.37 बजे तक है। इसके बाद सुबह 7.38 बजे से ऐंद्र योग लग जाएगा। यह संयोग अत्यंत पुण्यकारी है। इसमें दैहिक, दैविक व भौतिक कष्टों से मुक्ति के लिए श्रद्धालु भगवान शिव की स्तुति करेंगे।
शिवभक्त कांवरिया गंगा स्नान करके शिवालयों में जलाभिषेक करेंगे। इसको लेकर मंदिर परिसर में विशेष प्रबंध किया गया है। कांवरियों व अन्य श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग जलाभिषेक की व्यवस्था कराई गई है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।