आयुष बनकर अखाड़े में जाने वाले अयूब से दूसरे दिन भी पूछताछ जारी, पूरा नेटवर्क खंगाल रहीं एजेंसियां
महाकुंभ में जूना अखाड़े के शिविर में आयुष बनकर पहुंचे अयूब से पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। एटा निवासी अयूब ने मजदूरी की बात कही लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। शिविर में यति नरसिंहानंद से मिलने की जिद करने पर संतों ने उसे संदिग्ध मानकर पुलिस को सौंप दिया। उसके मोबाइल की कॉल डिटेल्स की जांच की जा रही है। पुलिस जांच के बाद कार्रवाई करेगी।

जागरण संवाददाता, महाकुंभ नगर। आयूष बनकर जूना अखाड़े के शिविर में पहुंचने वाले अयूब से दूसरे दिन भी पूछताछ होती रही। पुलिस के साथ ही सुरक्षा एजेंसियां भी उसका नेटवर्क खंगाल रही हैं। हालांकि अब तक की छानबीन में पुुलिस को कोई खास सुराग हाथ नहीं लगा है।
ऐसे में उसके मोबाइल की काल डिटेल रिपोर्ट सीडीआर निकलवाई जा रही है, ताकि यह पता चल सके कि उसके संपर्क में कौन-कौन और किस तरह के लोग हैं। एटा निवासी आरोपित अयूब ने पुलिस को बताया कि वह मजदूरी करने के लिए आया था, लेकिन कई प्रश्नों का संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। इस आधार पर उसे संदिग्ध मानते हुए जांच-पड़ताल की जा रही है।
यति नरसिंहानंद
महाकुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 20 में जूना अखाड़े के अंतराष्ट्रीय प्रवक्ता नारायण गिरि का शिविर है। मंगलवार देर रात महामंडलेश्वर व डासना मंदिर के प्रमुख यति नरसिंहानंद गए हुए थे। इसी दौरान वहां एक युवक पहुंचा। वह यति नरसिंहानंद के बारे में जानकारी लेते हुए मिलने की बात कही।
मिलने की जिद पर अड़ा युवक
संतों ने जब अधिक रात होने की बात कही तो युवक अपनी मिलने की जिद पर अड़ गया। कहने लगा कि उसका नाम आयुष है और बड़ी दूर से आया है। बिना मिले नहीं जाएगा। उसके हाव-भाव के आधार पर संतों ने युवक को संदिग्ध मानते हुए पकड़ लिया।
इसके बाद पूछताछ शुरू की तो पता चला कि आयुष का नाम आयूब है। फिर उसे पुलिस को सौंप दिया गया। एसएसपी महाकुंभ राजेश द्विवेदी का कहना है कि संदिग्ध युवक के मामले में जांच जारी है। पर्याप्त साक्ष्य मिलने के बाद अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।