प्रयागराज में हनुमान मंदिर कॉरिडोर का निर्माण सेना ने कराया बंद, आखिर क्या है कारण?
प्रयागराज में लेटे हनुमान मंदिर कॉरिडोर का निर्माण सेना ने रुकवा दिया है। सेना का कहना है कि कॉरिडोर निर्माण के लिए उसे दी गई जमीन के बदले में नेहरू पार्क के पास जो जमीन दी जानी थी वह अभी तक नहीं मिली है। पीडीए का कहना है कि जमीन के अदला-बदली की प्रक्रिया अंतिम दौर में है और जल्द ही सेना को जमीन दे दी जाएगी।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। संगम क्षेत्र स्थित बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर का निर्माण बुधवार को सेना ने ठप करा दिया है। सेना के आधा दर्जन से अधिक जवानों ने दोपहर 12 बजे के आसपास मंदिर परिसर पहुंच कर कराए जा रहे कार्यों को बंद कराया है। बिना अनुमति दोबारा कॉरिडोर का निर्माण न करने का निर्देश भी जवानों की ओर से कारीगरों को दिया गया है।
बताया गया कि जमीन को लेकर सेना और पीडीए के बीच हुए समझौते में हो रही देरी के कारण कार्य ठप कराया गया है। प्रयागराज विकास प्राधिकरण के अधिकारियों और सेना के उच्च अधिकारियों के बीच वार्ता बेनतीजा रही। पीडीए की ओर से 32 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि खर्च करके संगम क्षेत्र में लेटे हनुमान मंदिर कॉरिडोर का निर्माण कराया जा रहा है।

कॉरिडोर की जद में आ रही सेना की जमीन
कॉरिडोर की जद में सेना की जमीन आ रही है, जिसके बदले में सेना को नेहरू पार्क के पास जमीन देने पर समझौता हुआ है। अभी तक पीडीए की ओर से सेना को जमीन स्थानांतरित नहीं की गई है। महाकुंभ के पहले लेटे हनुमान मंदिर कॉरिडोर के प्रथम फेज का निर्माण प्रयागराज विकास प्राधिकरण की ओर से लगभग पूरा किया जा चुका है। फिनिसिंग का कार्य चल रहा है जिसे बंद कराया गया है। दूसरे फेज के निर्माण में मंदिर के गर्भगृह और विशाल मंडप का निर्माण होना है।
पीडीए सचिव, अजीत सिंह ने कहा
लेटे हनुमान मंदिर कॉरिडोर के निर्माण को सेना की ओर से बंद कराया गया है। सेना के उच्च अधिकारियों से वार्ता चल रही है जल्द ही आपसी सहमति से निर्माण शुरू हो जाएगा। जमीन के अदला-बदली की प्रक्रिया अंतिम दौर में पहुंच चुकी है। समझौते के अनुसार नेहरू पार्क के पास जल्द से जल्द सेना को जमीन दे दी जाएगी।

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