महाकुंभ में सफाई कर्मियों को मेला कोतवाली पुलिस ने जमकर पीटा, अफसर बोले- पहली घटना नहीं
महाकुंभ मेले में सफाई कर्मियों के साथ पुलिस की मारपीट की घटना सामने आई है। सफाई कर्मियों का आरोप है कि उन्हें बैरियर से जाने देने की मांग करने पर पुलिस ने उन्हें पीटा। सफाई कर्मियों का कहना है कि उन्हें अपने काम के लिए बैरियर से जाने देने की मांग की थी लेकिन पुलिस ने उनकी मांग को अनदेखा कर दिया और उन्हें पीटना शुरू कर दिया।

जागरण संवाददाता, महाकुंभ नगर। दिन रात मेहनत करके महाकुंभ मेले को स्वच्छ रख रहे सफाई कर्मियों को पुलिस ने जमकर पीटा। सेक्टर-दो में कोतवाली थाने के पास ही ''खाकी'' का गुस्सा गरीबों पर उतरा।
बैरियर से जाने देने की मांग कर रहे सफाई कर्मियों में पहले तो एक वृद्ध पूरन को मारा, विरोध करने पर अन्य सफाई कर्मियों को घसीटकर थाने ले गए और वहां उन पर लात घूंसे चलाए। इस घटना का भारी विरोध होता उससे पहले ही कोतवाल ने हस्तक्षेप किया और मामले को दबा दिया गया।
सेक्टर-दो में काली सड़क पर सफाई कर्मियों के एक गैंग की ड्यूटी लगी थी। गुरुवार को दिन में 12 बजे से सड़क और अन्य रास्ते को साफ करने में सभी पसीना बहाते रहे, रात आठ बजे ड्यूटी खत्म हुई तो अपने ठिकाने पर जा रहे थे।
लाल सड़क के चौराहे पर पुलिस ने बैरियर लगा रखा है। इससे अन्य लोगों को जाने दिया जा रहा था, लेकिन सफाई कर्मियों का आरोप है कि उन्हें रोक दिया गया। जब वृद्ध सफाई कर्मी पूरन से कारण पूछा तो एक सिपाही ने गाली गलौज की।
विरोध करने पर ''खाकी वर्दी'' तैश ''में आ गई। पूरन को वहीं पर पीटा इसके बाद अरुण, अजय, सूरज समेत अन्य कर्मचारियों को थाने तक घसीट ले गए। वहां अन्य पुलिस कर्मियों ने पीटा।
गैंग के मेठ मातादीन ने इस घटना पर नाराजगी जताई है। आरोप लगाया कि दो सिपाही थे, दोनों नशे में थे। सफाई कर्मियों को पीटना सहन नहीं करेंगे। उच्चाधिकारी यदि कोई कार्रवाई नहीं करते हैं तो सफाई कर्मी सामूहिक रूप से विरोध जताएंगे।
सफाई कर्मियों को पुलिस के द्वारा पीटने की यह पहली घटना नहीं है। इसी महाकुंभ में अब तक चार बार पुलिसकर्मी पीट चुके हैं। उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी दे दी है, ठोस कार्रवाई की उम्मीद है।
-डाॅ. संतोष मिश्रा, सेक्टर मेडिकल अफसर
पीएम ने पखारे थे पांव, पुलिस अपने पर उतारू
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2019 के कुंभ को स्वच्छ रखने पर स्वच्छता कर्मियों के पांव पखारे थे। पीएम की इस सहृदयता की प्रशंसा दुनिया भर में हुई थी। स्वच्छता कर्मी महाकुंभ 2025 में भी मेहनत और लगन से काम कर रहे हैं, लेकिन इसका परिणाम उन्हें पुलिस पीट कर दे रही है।
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