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    पूरी तरह से राममय हुआ महाकुंभ, हर भोजन और पकवान में राम का ही नाम; लाखों लोग संतों का आशीर्वाद लेकर ग्रहण कर रहे प्रसाद

    Updated: Sat, 25 Jan 2025 03:07 PM (IST)

    गंगा की रेती पर महाकुंभ और कुंभ का आयोजन एक लघु भारत को प्रदर्शित करता है। यहां पर करोड़ों धर्मावलंबी बिना किसी औपचारिक निमंत्रण के आस्था के साथ ही खि ...और पढ़ें

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    हर भोजन और पकवान में राम का ही नाम।

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। तीर्थराज प्रयाग में लगने वाला महाकुंभ और कुंभ मेला धर्म, आस्था और आध्यात्मिकता की त्रिवेणी के साथ-साथ संस्कृतियों, परंपराओं और भाषाओं का एक जीवंत मिश्रण है।

    गंगा की रेती पर महाकुंभ और कुंभ का आयोजन एक लघु भारत को प्रदर्शित करता है। यहां पर करोड़ों धर्मावलंबी बिना किसी औपचारिक निमंत्रण के आस्था के साथ ही खिंचे हुए चले आते हैं।

    चल रहीं हैं कई कथाएं

    सनातन धर्म की ध्वजा के साथ संतों की मधुर वाणी से प्रवचन, रामकथा, श्रीमद्भागत की कथा चल रही है। सही मायने में कहा जाए तो संगम तट पूरी तरह से राममय हो चुका है। संतों के मुख से जहां राम कथा कही जा रही है वहीं अखाड़ों, खालसा और धार्मिक संगठनों के शिविर में आयोजित अन्न क्षेत्र में भी राम नाम की बयार बह रही है।

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    भोजन के साथ लगा रहे राम का नाम

    संतों की रसोई से लेकर भंडारा स्थल तक रोटी, दाल, सब्जी यहां तक क‍ि नमक सहित अन्य पकवानों में रामनाम का रंग चढ़ चुका है। शिविर में भोजन वितरण करने वाले सेवादार सब्जी को सब्जी राम, दाल को दाल राम, रोटी को चपाती राम, खीर राम, नमक को रामरस कह रहे हैं।

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    राम का नाम लेकर प्रसाद मांग रहे श्रद्धालु

    श्रद्धालु भी सेवादारों की भाषा के अनुसार करते हुए रोटी राम, दाल राम, चावल राम आदि का नाम लेकर प्रसाद मांगते हैं। जूना अखाड़ा, निरंजनी, बड़ा उदासीन, आनंद अखाड़ा आदि में संचालित हो रहे अन्न क्षेत्र में हर पदार्थ में राम शब्द जुड़ा हुआ है।

    दुनिया का सबसे बड़ा शांतिपूर्ण समागम है महाकुंभ मेला

    महाकुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा शांतिपूर्ण समागम है, जिसमें करोड़ों तीर्थयात्री पवित्र नदियों के संगम तट पर स्नान करते हैं। यह स्नान आध्यात्मिक शुद्धि और नवीनीकरण का प्रतीक है।

    देवकी नंदन ठाकुर ने महाकुंभ को बताया भव्‍य

    प्रख्यात कथा वाचक देवकी नंदन ठाकुर ने महाकुम्भ 2025 के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में की गई भव्य और दिव्य तैयारियों की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि सरकार ने सड़क, पानी, और अन्य व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करते हुए इस महापर्व को ऐतिहासिक बनाने में अभूतपूर्व प्रयास किए हैं। ठाकुर ने मुख्यमंत्री द्वारा व्यक्तिगत रूप से निरीक्षण कर हर पहलू को सुदृढ़ बनाने की सराहना की।

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