Prayagraj News : पीएमश्री स्कूलों में दिव्यांग बच्चों के लिए लगेगा शिविर, मिलेगा प्रमाणपत्र
जिलों में 232 मेडिकल असेसमेंट कैंप जनपद/तहसील/ब्लाक स्तर पर लगाने की योजना है। जरूरी है कि शिविर में पीएम श्री विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे जरूर शामिल हों। स्पेशल एजूकेटर आवंटित किए गए न्याय पंचायत के और नोडल टीचर अपने विद्यालय के दिव्यांग बच्चों की स्क्रीनिंग कर प्रमाण पत्र के लिए चिह्नित करने की प्रक्रिया करेंगे।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। पीएम श्री योजना के तहत विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों के लिए स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे। इनमें बच्चों की दिव्यांगता का आकलन कर प्रमाणपत्र व जरूरी उपकरण भी उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके लिए शासन से धन आवंटित हो चुका है।
चिकित्सकों के दल में आर्थोपेडिक सर्जन, ईएनटी सर्जन, नेत्र विशेषज्ञ, साइकोलाजिस्ट /साइकिट्रिशियन एवं एक आडियोलाजिस्ट आवश्य रहेंगे। प्रदेश में पीएम श्री योजना के तहत कुल 232 मेडिकल असेसमेंट कैम्प लगाने के लिए 10,000 रुपये प्रति मेडिकल असेसमेंट कैंप की दर से कुल 23.20 लाख रुपये (तेईस लाख बीस हजार) जारी किए गए हैं।
स्कूल शिक्षा महानिदेशक की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि विकासखंड खंड स्तर पर भी दिव्यांग बच्चों के चिह्नांकन के लिए शिविर लगाए जाएंगे। चिकित्सीय परीक्षण एवं नियमानुसार दिव्यांगता प्रमाणपत्र भी उपलब्ध कराए जाएंगे। शासन से जो धन जारी हुआ है शिविर के लिए उनका प्रयोग पीएम श्री विद्यालयों के सेवित क्षेत्र के बच्चों एवं अन्य बच्चों का परीक्षण कराते हुए दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनवाने में किया जाएगा।
कैंप सुविधा के दृष्टिगत जनपद / तहसील/ब्लाक स्तर पर आयोजित किये जा सकते हैं। कैंप स्थल का चयन करते समय यह अवश्य ध्यान रखा जाए कि क्षेत्र में पीएम श्री विद्यालय हो। मेडिकल एसेसमेंट कैंप के आयोजन के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय बैठक अनिवार्य रूप से करनी होगी। इसमें शासन द्वारा गठित समन्वय समिति के सदस्यों के साथ मेडिकल कालेज/मेडिकल यूनिवर्सिटी / एम्स के प्रतिनिधियों को बैठक में आमंत्रित किया जाए। इसके साथ ही कैंप के आयोजन के लिए प्रचार प्रसार भी करना होगा।
जनपदों में 232 मेडिकल असेसमेंट कैंप का आयोजन जनपद/तहसील/ब्लाक स्तर पर किया जाना है। इस बात का ध्यान रखना होगा कि शिविर में पीएम श्री विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे जरूर आएं। स्पेशल एजूकेटर्स द्वारा उनके आवंटित न्याय पंचायत के एवं नोडल टीचर द्वारा अपने विद्यालय के दिव्यांग बच्चों की स्क्रीनिंग कर प्रमाण पत्र के लिए दिव्यांग बच्चों को चिह्नित करने की प्रक्रिया पूरी की जाए।
चिह्नांकन के लिए 'समर्थ' एप पर पंजीकृत बच्चों के डेटाबेस की भी मदद ली जायेगी। जिन बच्चों को सहायक उपकरण / यंत्र एवं करेक्टिव सर्जरी की आवश्यकता है, उनकी सूची तैयार की जाए। जापानी इंसेफलाइटिस एवं एक्यूट इंसेफलाइटिस सिण्ड्रोम (जेई/एईएस) से प्रभावित बच्चों को भी चिह्नित कर परीक्षण कराया जाएगा।
मेडिकल एसेसमेंट कैंप में आंगनबाड़ी केंद्र के विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों एवं बेसिक शिक्षा विभाग के सहायता प्राप्त अशासकीय विद्यालयों (एडेड स्कूल) के विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों की भी प्रतिभागिता कराने का निर्देश है। आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों को कैंप में प्रतिभाग कराने के लिए उनके अभिभावक /केंद्र की कार्यकत्री को प्रेरित किया जाना है।
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