UP के इस शहर में छठवें दिन भी नहीं हिले गैस सिलेंडर लदे ट्रकों के चक्के, कई जिलों में आपूर्ति बाधित
ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल के कारण प्रयागराज के इंडेन गैस प्लांट में सिलिंडर रिफिलिंग प्रभावित है जिससे कई जिलों में गैस आपूर्ति बाधित हो रही है। प्लांट अधिकारी ट्रांसपोर्टरों से बात करने को तैयार नहीं हैं। ट्रांसपोर्टरों ने अधिकारियों पर मनमानी का आरोप लगाया है और डीएम से शिकायत की है। उनकी मांगें पूरी न होने तक हड़ताल जारी रहेगी जिससे आम जनता को परेशानी हो रही है।

संवाद सूत्र, झूंसी। ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल के कारण त्रिवेणीपुरम स्थित इंडेन गैस प्लांट में सिलिंडरों की रिफिलिंग पर अब असर पड़ने लगा है। अपनी मांगों को लेकर ट्रांसपोर्टर पिछले कई दिनों से हड़ताल पर हैं। इसकी वजह से गैस के टैंकर व ट्रक लोड व अनलोड होकर प्लांट के बाहर खड़े हैं।
करीब एक किलोमीटर तक ट्रकों की लाइन लगी है। उधर, गैस प्लांट के अफसर ट्रांसपोर्टरों से बात करने को तैयार नहीं हैं। गैस सिलेंडर भरे ट्रकों की निकासी न होने से प्रयागराज समेत जौनपुर, भदोही, प्रतापगढ़, कौशांबी समेत अन्य जिलों में गैस आपूर्ति पर असर पड़ने लगा है।
इंडियन आयल के झूंसी स्थित त्रिवेणीपुरम बाटलिंग प्लांट से जुड़े ट्रांसपोर्टर और ट्रक चालक पिछले कई दिनों से हड़ताल पर हैं। ट्रांसपोर्टरों ने प्लांट के अधिकारियों पर मनमानी का आरोप लगाते हुए डीएम और पुलिस कमिश्नर से भी शिकायत की है।
चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होंगी, वे अपनी हड़ताल जारी रखेंगे। उनकी हड़ताल लगातार छठवें दिन शुक्रवार को भी जारी रही। ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि 289 एजेंसियों में गैस सिलेंडर पहुंचाने के लिए साल भर पहले 198 ट्रकों का अनुबंध किया गया था, लेकिन वर्तमान में सिर्फ 50 एजेंसी में ही गैस सिलेंडर भेजे जा रहे हैं। ऐसे सभी ट्रांसपोर्टरों का बड़ा नुकसान हो रहा है।
यह भी आरोप है कि इन मांगों को लेकर उन्होंने कई बार प्लांट के अधिकारियों से बात करनी चाही, लेकिन वह वार्ता करने को तैयार नहीं हैं। जब सुनवाई के सभी रास्ते बंद हाे गए तो 22 जून से अपने ट्रकों को प्लांट के बाहर खड़ा कर हड़ताल को विवश हुए। इसमें लोडेड गैस सिलेंडर भी हैं जिसे ले जाने से इंकार कर दिया। हड़ताल से सिलेंडर भरे ज्यादातर ट्रकों की निकासी नहीं हो पा रही है।
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