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    यूपी-बि‍हार में ऑनलाइन गेम के जरिए करोड़ों की जालसाजी करने वाले बड़े गिरोह का राजफाश, सरगना समेत 12 जालसाज ग‍िरफ्तार

    Updated: Wed, 12 Jun 2024 01:06 PM (IST)

    गैंग के सरगना विजय निषाद ने बताया कि ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर करोड़ों का खेल किया गया है। गैंग के सदस्य तीन वेबसाइट लेजर 99 एक्सचेंज और 11 एक्स प्ले के माध्यम से क्रिकेट फुटबाल हॉकी लूडो बाक्सिंग चेस कार रेस आदि खेलों में रुपये लगवाते थे। पहले वह रुपये लगाने वालों को जीताते थे ताकि उनकी आदत पड़ जाए और वह बड़ी रकम लगाएं।

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    गिरफ्तार बदमाशों के बारे में बतातीं डीसीपी यमुनानगर श्रद्धा नरेंद्र पांडेय।- जागरण

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। ऑनलाइन गेम के जरिए जालसाजी करने वाले बड़े गिरोह का यमुनानगर पुलिस ने राजफाश किया है। गैंग के सरगना समेत 12 जालसाजों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से तीन ऐसे रजिस्टर मिले हैं, जिसमें ऑनलाइन गेम से कमाए गए रुपए का विवरण अंकित था। अभी तक पुलिस को दो करोड़ 53 लाख रुपये का लेखाजोखा मिला है। गिरोह यूपी व बिहार में रहने वाले लोगों को अपना शिकार बना रहा था। सरगना से पूछताछ के बाद बिहार पुलिस ने भी वहां ऐसे ही गैंग का भंडाफोड़ करते हुए 12 जालसाजों को पकड़ा है।

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    नैनी थाने के अतिरिक्त निरीक्षक साजिद अली व एसओजी यमुनापार प्रभारी रणजीत सिंह ने टीम के साथ सोमवार देर रात महेवा पूरबपट्टी कब्रिस्तान के पास स्थित अपार्टमेंट के एक फ्लैट में दबिश दी। पुलिस को देखते ही यहां मौजूद लोग इधर-उधर भागने लगे। घेराबंदी कर 12 जालसाजों को पकड़ लिया गया। थाने लाकर इन सभी से पूछताछ की गई।

    गैंग के सरगना विजय निषाद ने बताया कि ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर करोड़ों का खेल किया गया है। गैंग के सदस्य तीन वेबसाइट लेजर, 99 एक्सचेंज और 11 एक्स प्ले के माध्यम से क्रिकेट, फुटबाल, हॉकी, लूडो, बाक्सिंग, चेस, कार रेस आदि खेलों में रुपए लगवाते थे। पहले वह रुपये लगाने वालों को जीताते थे, ताकि उनकी आदत पड़ जाए और वह बड़ी रकम लगाएं। गेमिंग का पूरा फार्मेट गैंग के पास होता था। ऐसे में वह जब चाहे जिस हरा और जिता सकते थे।

    मंगलवार शाम पुलिस लाइन सभागार में जालसाजों को मीडिया के सामने पेश करते हुए डीसीपी यमुनानगर श्रद्धा नरेंद्र पांडेय ने बताया कि गिरोह की गतिविधियों पर कई दिनों से नजर रखी जा रही थी। गिरोह के सरगना विजय निषाद समेत 12 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से 42 मोबाइल, 52 सिम कार्ड, पांच लैपटाप, बड़ी संख्या में आधारकार्ड बरामद हुए। पकड़े गए गिरोह के पास से नौ रजिस्टर भी मिले हैं। इसमें आनलाइन गेम संचालन से की गई कमाई 2.53 करोड़ रुपये का लेखाजोखा है। इनके बैंक खातों की भी जांच की जा रही है।

    लोन दिलाने के नाम पर भी करते थे खेल

    जालसाजों ने पूछताछ में बताया कि लोगों को लोन दिलाने के नाम पर उनका खाता किसी बैंक में खुलवाकर खाताधारक को रुपये का लालच देकर उनके बैंक पासबुक, एटीएम कार्ड आदि अपने पास रख लेते हैं। लेजर आदि गेमिंग ऐप साइट का इंस्ट्राग्राम, फेसबुक व मल्टीमीडिया प्लेटफार्म का उपयोग कर युवकों को लुभावने स्लोगन, धन कमाने का लालच देते हुए गेम खिलाने के नाम पर करोड़ो रुपये घर बैठे जीतने का लालच देकर ऑनलाइन ठगी करते हैं।

    किसी भी गेम का एक्सिस साइबर फ्राड अपने हाथ में रखते हैं। छोटी-छोटी रकम की जीत दिलाकर बहुत बड़ी रकम जीतने का लालच दिखाते हैं। बताया कि एक दिन में आठ से 25 लाख रुपये की ठगी की जाती है। सरगना द्वारा इस तरह के चार-पांच साइबर फ्राड करने वाले गिरोह के संचालन की जानकारी भी दी गई।

    बिहार पुलिस को भी मिली सफलता

    सरगना विजय निषाद ने पुलिस को बताया कि बिहार के गोपालगंज में रहने वाले शिवम से उसकी सांठ-गांठ है। बिहार में शिवम गैंग चलता है। डीसीपी यमुनानगर श्रद्धा नरेंद्र पांडेय ने बिहार पुलिस को इसकी जानकारी दी तो वहां भी दबिश देकर 12 जालसाजों को गिरफ्तार कर लिया गया। उनके पास से 42 मोबाइल, दर्जनों सिम, लैपटाप आदि बरामद किया गया। सरगना ने यह भी बताया कि वह इंटरनेट मीडिया पर बड़ी गेमिंग कंपनियों की तरह विज्ञापन भी देते थे।

    दो माह में बदल देते थे ठिकाना

    पुलिस ने नैनी स्थित जिस मकान से गैंग को पकड़ा है, वहां यह कुछ ही दिन से रह रहे थे। पूछताछ में बताया गया कि हर दो माह में ठिकाना बदल देते थे। जहां किराये पर मकान लेते थे, मकान मालिक को मुंहमांगा दाम देते थे। अपार्टमेंट में ही फ्लैट लेते थे। इसके पीछे वजह यह रहती थी कि कोई टोकने वाला नहीं होता था।

    ये बदमाश हुए गिरफ्तार

    1. विजय निषाद निवासी मनोरा थाना गुंडरदेही बालोद छत्तीसगढ़।

    2. पीयूष यादव उर्फ प्रिंस निवासी रायगंज थाना कोतवाली, गाजीपुर।

    3. घनश्याम वर्मा निवासी दयालबंध थाना कोतवाली जनपद बिलासपुर छत्तीसगढ़।

    4. हिमांशु यादव निवासी रायगंज थाना कोतवाली, गाजीपुर।

    5. मनीष निषाद निवासी ग्राम मरारटोला थाना दांडी जिला बालोद छत्तीसगढ़।

    6. अजीम फरीद निवासी कपूरपुर रायगंज थाना कोतवाली, गाजीपुर।

    7. शादाब निवासी टाउनहाल निगाही बेग थाना कोतवाली, गाजीपुर।

    8. प्रवीण वर्मा निवासी दयालपुर मधुबन रोड बिलासपुर छत्तीसगढ़।

    9. सूरज चौरसिया निवासी पुरारामपुर बेला थाना पट्टी, प्रतापगढ़।

    10. राहुल कामले निवासी गांधी चौक सिटी कोतवाली बिलासपुर छत्तीसगढ़।

    11. मो. समीर निवासी गोपीगंज बस स्टैंड थाना गोसाईगंज, भदोही।

    12. आशुतोष यादव निवासी रायगंज कोतवाली, गाजीपुर।