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    'मेरे भाई असद को आगे मत करना', उमेश पाल हत्याकांड से पहले शूटरों से बोला था अली; पहले दो जगह फेल हो गया था प्लान

    Updated: Fri, 05 Apr 2024 03:08 PM (IST)

    Prayagraj News उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी बनाए गए अतीक के बेटे उमर और अली की नई नई कहानी सामने आ रही है। जेल में पूछताछ के दौरान अली ने शूटर गुलाम औ ...और पढ़ें

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    शूटरों से बोला था अली, असद को आगे मत रखना

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी बनाए गए अतीक के बेटे उमर और अली की नई नई कहानी सामने आ रही है। जेल में पूछताछ के दौरान अली ने शूटर गुलाम और साबिर से कहा था कि उसके भाई असद को आगे मत रखना। इस कारण ही जब शूटर उमेश पाल और उनके गनर पर गोली बरसा रहे थे, तब असद कार के भीतर ही बैठा था।

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    मगर जब गोली चला रहा शूटर अरमान लड़खड़ा गया था तब असद कार से बाहर निकल कर फायरिंग शुरू कर दी थी। प्लान के मुताबिक पहले कचहरी, उसके बाद धोबी घाट चौराहे पर हत्या की जानी थी, लेकिन दोनों बार शूटर चूक गए थे। तीसरी बार उमेश को उसके घर की चौखट पर ही मारा गया।

    हत्या से पहले शूटरों ने उमर व अली से की थी मुलाकात

    सूत्रों का कहना है कि उमेश पाल की हत्या से पहले शूटरों ने अतीक अहमद के बेटे उमर और अली से जेल में मुलाकात की थी। अतीक के बेटे असद और शूटर गुलाम समेत दूसरे शूटर भी उनके साथ थे। वे सभी खुद को उमर व अली का दोस्त बताकर मिलने के लिए जेल पहुंचे थे।

    वहां उनके बीच हत्या की योजना पर चर्चा हुई और रूपरेखा तैयार करने के बाद बाहर आए थे। पुलिस की तफ्तीश में यह तथ्य निकलकर सामने आए हैं।पुलिस की जांच में सामने आए आधार पर उमर और अली को हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोपित माना गया। इसके बाद ही दोनों का हत्याकांड में रिमांड बनवाया गया है।

    पुलिस का कहना है कि देवरिया जेल कांड के मामले में उमर को गिरफ्तार कर लखनऊ जेल भेजा गया था, जबकि उसके छोटे भाई अली को प्रापर्टी डीलर से रंगदारी मांगने व हमला करने के आरोप में पकड़कर नैनी सेंट्रल जेल में दाखिल किया गया।

    अपहरण कांड में उमेश पाल की ओर से लगातार गवाही दी जा रही थी। अंतिम गवाही से पहले ही उसकी हत्या की योजना बनाई गई थी। मगर इससे पहले प्लान तैयार करने के लिए लखनऊ व नैनी जेल में निरुद्ध दोनों भाईयों से चर्चा करते हुए सलाह ली गई थी। उमर और अली ने भी शूटरों को कुछ सुझाव दिए थे। इस तरह से उन्हें हत्या की योजना के बारे में पूरी जानकारी थी। षडयंत्र में भी वह शामिल थे।

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