Cyber Crime : शेयर ट्रेडिंग में अच्छे लाभ का झांसा देकर युवक से 19 लाख रुपये ठगे, केस दर्ज, आप भी रहें सजग
साइबर क्राइम का एक और व्यक्ति शिकार हो गया। साइबर अपराधियों ने शेयर ट्रेडिंग में लाभ का लालच देकर उससे 19 लाख रुपये की ठगी की। अपराधियों ने सेबी से रजिस्टर्ड होने का फर्जी प्रमाण पत्र भी दिखाया। पैसा न मिलने पर शहजाद ने साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। साइबर अपराधियों ने एक बार फिर एक व्यक्ति को ठगी का शिकार बनाया। शेयर ट्रेडिंग में अच्छे लाभ का झांसा देकर शहजाद आलम से 19 लाख रुपये की आनलाइन ठगी की। चौंकाने वाली बात यह है कि साइबर अपराधियों ने धोखाधड़ी करने के लिए फर्जी कंपनी ने सेबी से रजिस्टर्ड होने का प्रमाण पत्र भी दिखाया। पैसा वापस न मिलने पर पीड़ित ने साइबर थाने में इशिता मेहता के खिलाफ आइटी एक्ट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस बैंक अकाउंट के आधार पर साइबर अपराधियों के बारे में पता लगा रही है।
जीटीबी नगर निवासी शहजाद आलम का कहना है कि शेयर ट्रेडिंग का काम करने वाली वेबसाइट वैरिनियम प्रो की ओर से मार्केट रेट से कम मूल्य पर शेयर व आइपीओ देने का आफर दिया गया। आनलाइन आफर मिलने पर उन्होंने मोबाइल एप का परीक्षण किया, जिस पर संबंधित फर्म ने सेबी से रजिस्टर्ड होने का प्रमाण पत्र दिखाया। तब उन्होंने विश्वास करते हुए ट्रेडिंग शुरू की।
पहले आइपीओ पर अप्लाई करने पर कंपनी ने 33 हजार 366 शेयर एलाट किए, जिसका मूल्य करीब 19 लाख रुपये था। इतना पैसा न होने पर करीबियों से लोन पर लिया और फिर कंपनी के अकाउंट में ट्रांसफर किए। इसके बाद शेयर को सेल करने पर करीब 59 लाख रुपये का लाभ दर्शाया गया।
इसी बीच कंपनी ने सवा करोड़ रुपये का दूसरा आइपीओ एलाट कर दिया, जिसके भुगतान के लिए पैसा नहीं था। कंपनी ने पैसा देने के लिए अतिरिक्त समय दिया लेकिन सेबी के नियम के अनुसार आइपीओ बंद होने पर वक्त नहीं मिलता। इसके बावजूद उससे पैसे की मांग की जाती रही। संदेह होने पर जब शहजाद ने अपना मूलधन निकालना चाहा तो नहीं मिला। तब उसे साइबर ठगी का पता चला और थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई।
युवती से 45 हजार रुपये ठगे
साइबर ठगी का एक अन्य मामला भी सामने आया है। साइबर अपराधियों ने नया पुरवा करेली निवासी श्रेया रावत से धोखाधड़ी करके आनलाइन 45 हजार रुपये की ठगी की। पीड़ित ने करेली थाने में कंहैया लाल और संजू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। श्रेया रावत का कहना है कि आनलाइन उसे जाल में फंसाया गया। इसके बाद यूपीआइ के माध्यम से खाते से पैसे ट्रांसफर करवाए गए। पीड़िता की तहरीर पर केस दर्ज कर पुलिस जांच कर रही है।
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