अब्बू ने डांटा तो दो मासूम भाइयों ने छोड़ा घर, बंगाल से ट्रेन पर सवार होकर पहुंच गए प्रयागराज जंक्शन
कोलकाता में अब्बू की डांट से नाराज़ होकर दो मासूम भाई घर छोड़कर प्रयागराज जंक्शन पहुँच गए। रफीक शेख (12 वर्ष) और इस्माइल शेख (8 वर्ष) को आरपीएफ कांस्टेबल ने प्लेटफार्म पर भटकते हुए पाया। बच्चों ने बताया कि अब्बू ने डांटा इसलिए वो घर से भाग गए। आरपीएफ ने चाइल्ड लाइन को सूचित किया और बच्चों को उनकी देखरेख में दे दिया। परिवार से संपर्क किया गया और उन्हें प्रयागराज बुलाया गया है।

अब्बू की डांट से नाराज़ होकर दो मासूम भाई घर से भागे, कोलकाता से प्रयागराज जंक्शन पहुंच गए।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। अब्बू की डांट से नाराज दो मासूम भाइयों ने कोलकाता में अपना घर छोड़ कर चल दिए। रेलवे स्टेशन पर पहुंचे और ट्रेन में सवार हुए। कोलकाता से सैकड़ों किलोमीटर दूर चलकर प्रयागराज जंक्शन पहुंच गए।
12 वर्ष का रफीक शेख और उसका छोटा भाई आठ साल का इस्माइल शेख घर से भाग निकले थे। दोनों प्रयागराज जंक्शन के प्लेटफार्म पर इधर-उधर भटक रहे थे, जैसे खोए हुए हों। रविवार शाम करीब सात बजे रेलवे सुरक्षा बल की महिला कांस्टेबल निशा की नजर इन बच्चों पर पड़ी।
प्लेटफार्म 7-8 पर अकेले घूमते इन नन्हे बच्चों को देखते ही महिला कांस्टेबल निशा ने तुरंत अपने पास बुलाया। डरते-डरते बच्चों ने बताया कि अब्बू ने डांटा था, इसलिए हम घर छोड़कर चले आए। कोलकाता से ट्रेन बदल-बदलकर ये दोनों किसी तरह प्रयागराज पहुंच गए थे। न खाने को कुछ था और न ही ठहरने की जगह।
कांस्टेबल निशा ने फौरन बच्चों को आरपीएफ पोस्ट ले जाकर खाना खिलाया और ढांढस बंधाया। बच्चों की आंखों में डर था, लेकिन थोड़ी देर में वे सहज हो गए। आरपीएफ ने तुरंत चाइल्ड लाइन की टीम को सूचना दी। टीम ने आकर दोनों भाइयों को अपनी देखरेख में ले लिया।
आरपीएफ ने स्वजन से संपर्क साधा है। चाइल्ड लाइन ने बच्चों के अब्बू-अम्मी को प्रयागराज बुलाया है। अब जल्द ही इन्हें सुरक्षित उनके परिवार तक पहुंचाया जाएगा। मंडल पीआरओ अमित कुमार सिंह ने कहा कि स्टेशन या ट्रेन में कहीं कोई बच्चा अकेला या परेशान दिखे तो बिना सोचे 139 डायल करें। तत्काल मदद पहुंचेगी।

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