Prayagraj News: प्रयागराज में गरजा सीएम योगी का बुलडोजर, विरोध के बीच ढहाया गया मकान, मची खलबली
आश्रम के संत श्री निवास नंद सरस्वती ने कहा कि हम सब बड़े हनुमान मंदिर कारिडोर का पूरा समर्थन करते हैं। लेकिन आश्रम में रहने वाले 20 संत कहां जाएं। पीडीए के अधिकारियों से वार्ता के बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई बगल के मकान पर की गई। पीडीए के अधिकारी ने संतों से कहा कि हमें जो आदेश मिला है उसी के अनुसार कार्य किया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर बनाने के लिए लगातार दूसरे दिन संगम क्षेत्र में बने मकानों को ढहाया गया। गुरुवार को पीडीए की टीम सुबह 10 बजे हनुमान मंदिर के बगल बांध के पास चार कमरे के मकान को ढहाया गया।
इसी के बगल बने तीर्थराज ब्रह्मचर्य आश्रम को ढहाने की बात अधिकारी करने पहुंचे तो मौजूद संतों ने यह कहते हुए विरोध व्यक्त किया कि यह आश्रम कई दशक से बना हुआ है। यहां पर जन कल्याण के लिए अखंड कीर्तन हो रहा है। हमें यहां से हटाने से पहले कहीं पर बसाया जाना चाहिए। यहां पर कई दशक पुराना शिवलिंग है।
इसे भी पढ़ें- लारेंस विश्वनोई ग्रुप के सदस्य को हरियाणा एसटीएफ ने दबोचा, एक साल से थी तलाश, हथियारों का करता था सौदा
आश्रम के संत श्री निवास नंद सरस्वती ने कहा कि हम सब बड़े हनुमान मंदिर कारिडोर का पूरा समर्थन करते हैं। लेकिन आश्रम में रहने वाले 20 संत कहां जाएं।
पीडीए के अधिकारियों से वार्ता के बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई बगल के मकान पर की गई। पीडीए के अधिकारी ने संतों से कहा कि हमें जो आदेश मिला है उसी के अनुसार कार्य किया जा रहा है। अगर आप को ध्वस्तीकरण का विरोध करना है तो उच्च अधिकारियों के पास आप जा कर अपनी बात रख सकते हैं।
ध्वस्तीकरण के दौरान मंदिर के आसपास अफरा तफरी का माहौल बन गया। सड़क के किनारे और मंदिर के आसपास छप्पर डालकर दुकान लगाने वाले अपनी दुकान को हटाने लगे। ध्वस्तीकरण के दौरान ही ढहाए गए मकान का मलबा दो ट्रकों को लगाकर हटाया गया।
इसे भी पढ़ें- गोरखपुर-आगरा सहित कई जिलों में ठंडी हवा से राहत, वाराणसी में बढ़ा तापमान, जानिए कैसा रहेगा आज यूपी के मौसम का हाल
ध्वस्तीकरण शुरू होने के एक घंटे के बाद बुलडोजर में खराबी आ जाने के कारण कुछ समय के लिए कार्रवाई प्रभावित रही। बुलडोजर में नया केबल लगने के बाद भवन के शेष हिस्से को तोड़ा गया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।