प्रयागराज में बीटेक छात्र ने जन्मदिन पर उठाया खौफनाक कदम, हॉस्टल की बालकनी से कूदकर दी जान
प्रयागराज के आईआईआईटी में एक दिल दहला देने वाली घटना हुई जहां 20 वर्षीय बीटेक प्रथम वर्ष के छात्र राहुल मंडला चैतन्य ने अपने जन्मदिन पर पांचवीं मंजिल से कूदकर जान दे दी जबकि चार घंटे पहले ही एक अन्य छात्र कतरावथ अखिल की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी जिससे छात्रों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने प्रबंधन के खिलाफ हंगामा किया।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी) में शनिवार आधी रात दिल दहला देने वाली घटना हुई। यहां अपने जन्मदिन पर 20 वर्षीय बीटेक प्रथम वर्ष के छात्र राहुल मंडला चैतन्य ने पांचवीं मंजिल से कूदकर जान दे दी। आत्महत्या की वजह साफ नहीं है।
घटना से चार घंटे पहले बीटेक प्रथम वर्ष के छात्र कतरावथ अखिल निवासी तेलंगाना की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। एक ही दिन में दो छात्रों की मौत से सहपाठी आक्रोशित हो गए। नाराज विद्यार्थियों ने रविवार को कई घंटे तक हंगामा काटा, प्रबंधन के विरोध में कैंडल मार्च निकाला।
आरोप लगाया कि प्रबंधन छात्रों पर अनावश्यक दबाव डालता है और अनुशासन के नाम पर उत्पीड़न करता है। प्रौद्योगिकी संस्थान प्रबंधन ने भी जांच के लिए आंतरिक कमेटी बना दी है।
दिव्यांग कोटे के तहत मिला था दाखिला
तेलंगाना के निजामाबाद निवासी एम. कृष्ण प्रसाद बेकरी का कारोबार करते हैं। उनका बड़ा बेटा राहुल था, जो मूकबधिर था। दिव्यांग कोटे के तहत राहुल को आईआईआईटी में दाखिला मिला था। वह बीटेक आईटी का छात्र था और परिसर में स्थित बीएच-5 हास्टल में रहता था।
रविवार को उसका जन्मदिन था। बताया गया है कि राहुल ने शनिवार रात करीब 12 बजे अपनी मां को मैसेज भेजा, जिसे पढ़कर वह परेशान हो गईं। उन्होंने तुरंत एक छात्र को फोन करके राहुल के कमरे में भेजा। जब तक वह छात्र राहुल के कमरे में पहुंचा, तब तक वह हास्टल के पांचवें मंजिल की बालकनी से कूद चुका था।
आनन-फानन उसे स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। एयरपोर्ट थाने के प्रभारी अरुण सिंह, चौकी इंचार्ज कुलदीप उपाध्याय टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचकर छानबीन की।
सहपाठी छात्रों पूछताछ में पता चला कि पहले सेमेस्टर के तीन विषयों में नंबर कम होने के कारण राहुल परेशान था। उसने दूसरे छात्रों से मिलना जुलना कम कर दिया था। रविवार को घटना से नाराज विद्यार्थियों ने हंगामा करते हुए प्रबंधन पर कई आरोप मढ़े।
इंस्पेक्टर अरुण सिंह का कहना है कि छात्र ने बालकनी से कूदकर जान दी है। आत्महत्या की वजह साफ नहीं है। मोबाइल को कब्जे में लेकर जांच की जा रही है।
आईआईआईटी के कार्यवाहक निदेशक प्रो जीसी नंदी का कहना है कि दोनों छात्रों की मौत की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। छात्रों की मौत की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। छात्रावास के अंतेवासियों द्वारा जो भी आरोप लगाए गए हैं, उसकी जांच के लिए एक फैक्ट फाइंडिंग समिति बनाई गई है। इस समिति में छात्रों की भागीदारी 50 प्रतिशत है।
रिश्तेदार ने लगाया शोषण का आरोप
मृतक छात्र के मामा रमेश ने आईआईआईटी प्रबंधन पर शोषण का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि प्रबंधन यह कह रहा है कि राहुल कई महीने से क्लास में नहीं आ रहा था। इसके बहाने ही उसका शोषण किया गया। उन्होंने कहा कि प्रबंधन के रजिस्टर में उनका और राहुल की मां का नंबर लिखा है, लेकिन उन्हें एक भी बार फोन पर अवगत नहीं कराया गया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।