Prayagraj News : देसी इलाज से भी रोग ठीक होते हैं, रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में प्राचीन उपचार पद्धति सहायक
प्रयागराज में एसकेआर योग एवं रेकी शोध संस्थान में स्पर्श चिकित्सा विशेषज्ञ सतीश राय ने बदलते मौसम में बीमारियों से लड़ने के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने सूर्य जल अग्नि वायु मंत्र और स्पर्श चिकित्सा जैसी प्राचीन पद्धतियों को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने स्वस्थ रहने के लिए प्राकृतिक तरीकों को अपनाने और प्रसन्न रहने का सुझाव दिया।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। बदलते मौसम में बीमारियों से मुकाबला करने के लिए शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना होगा और इसका सबसे अच्छा स्रोत देश की अति प्राचीन उपचार पद्धतियों जैसे सूर्य चिकित्सा जल चिकित्सा अग्नि चिकित्सा वायु चिकित्सा मंत्र चिकित्सा स्पर्श चिकित्सा एवं आयुर्वेद में है।
एसकेआर योग एवं रेकी शोध प्रशिक्षण और प्राकृतिक संस्थान मधुबन बिहार स्थित प्रयागराज रेकी सेंटर पर एक कार्यक्रम के पश्चात स्पर्श चिकित्सा के ज्ञाता सतीश राय ने ये बातें कही। उन्होंने कहा कि भारत ज्ञान आधारित देश है। यहां रोंगों को आध्यात्मिक तरीके से ठीक करने की प्रथा रही है हमें बीमारियों को प्राकृतिक तरीके से ठीक करने पर ध्यान देना चाहिए । शरीर पांच तत्वों जल पृथ्वी अग्नि वायु और आकाश तत्व से मिलकर बना है और हमारा शरीर भी पांच हिस्सों में बंटा है ।
सतीश राय ने कहा कि तलवे से लेकर घुटने तक जल तत्व है घुटने के नीचे कोई भी तकलीफ हो तो जो पानी पी रहे हैं उसमें कोई दोष है उसे सही करने से वह रोग ठीक हो जाएगा। घुटने से कमर तक पृथ्वी तत्व का हिस्सा है घुटने से लेकर कमर के बीच में कोई तकलीफ है तो पृथ्वी तत्व में कमी है अर्थात खान-पान में कोई गड़बड़ी है पृथ्वी तत्वों में कमी से साइटिका जैसा रोग होता है। इसमें ज्यादा मिर्च मसाला खाना दिक्कत देता है।
बताया कि कमर से ऊपर सीने से नीचे अग्नि तत्व का हिस्सा है यदि इसके बीच में कोई गड़बड़ है तो सीधा सा अर्थ है की अग्नि तत्व में कमी है उसे सुधारने पर वह रोग ठीक हो जाएगा ।
छाती से लेकर गले तक का हिस्सा वायु तत्व है इसमें कोई तकलीफ है तो वायु दोष है इसे सही करने पर उससे संबंधित सभी रोग ठीक हो जाएंगे।
गर्दन से ऊपर का पूरा हिस्सा आकाश तत्व है इसमें कोई तकलीफ है तो योग प्राणायाम स्पर्श ध्यान करेंगे इससे आकाश तत्व मजबूत होगा । आकाश तत्व को ठीक रखने के लिए सकारात्मक ध्वनि उच्चारण पूजा पाठ उपासना मंत्र जाप करने से आकाश तत्व मजबूत होता है ।
सतीश राय ने कहा कि आजकल लोगों के कम उम्र में ही बाल झड़ रहे हैं। बाल सफेद हो रहे हैं पेट निकल रहा है जोड़ों में दर्द है इन सबके लिए प्राकृतिक तरीकों को अपने दिनचर्या में शामिल करना फायदेमंद होगा । व्यक्ति अपने रोजमर्रा जीवन में 5 मिनट खूब जोर-जोर से ताली बजाने, बात-बात में मुंह फुलाने की अपेक्षा दिल खोल कर ठहाका लगाकर हंसने और प्रसन्न रहने एवं अपने खानपान में बदलाव कर स्वस्थ रह सकते हैं।
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