इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मुस्लिम बोर्डिंग हास्टल में बमबाजी व फायरिंग, रूम पार्टनर से झगड़े के बाद किया हमला
हास्टल में बमबाजी और फायरिंग की घटना से पूरे परिसर में सनसनी फैल गई। कई थाने की पुलिस फोर्स ने मौके पर पहुंचकर मामले का जायजा लिया। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मुस्लिम बोर्डिंग हास्टल में ही उमेश पाल व उनके सुरक्षाकर्मियों की हत्या की साजिश रचने वाला सदाकत खान भी रहता था। बवाल के बाद हास्टल के कमरे से दो तमंचे व 30 बम बरामद किए गए हैं।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मुस्लिम बोर्डिंग हास्टल में बमबाजी और फायरिंग से सनसनी फैल गई। रूम पार्टनर से झगड़ा होने के बाद कमरा नंबर 11 में रहने वाले छात्र आसिफ इकबाल पर बमबाजी व फायरिंग की गई, लेकिन वह बाल-बाल बच गया। कर्नलगंज समेत कई थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और हास्टल में सर्च आपरेशन चलाया। इस दौरान दो तमंचे व 30 देशी बम बरामद हुए। आसिफ और इंस्पेक्टर बृजेश सिंह की तहरीर पर 11 लड़कों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। नामजद आरोपितों की तलाश में दबिश दी जा रही है। इसी हास्टल में उमेश पाल और उनके दो सुरक्षाकर्मियों की हत्या की साजिश रचने वाला सदाकत खान भी रहता था।
यह है मामला
दिलदारनगर गाजीपुर निवासी आसिफ इकबाल इलाहाबाद विश्वविद्यालय में स्नातक की पढ़ाई कर रहा है। वह मुस्लिम बोर्डिंग हास्टल के कमरा नंबर 11 में रहता है। उसका कहना है कि शुक्रवार को रूम पार्टनर जलाल अकबर से विवाद हो गया। इसके बाद आलमीन अहमद, सरफराज, अरबाज, समीर, मुबस्सिर हारुन, इनतखाबुल मुख्तार, खालिद नोमान, ओबादा, ओबैद, मो. असफाक और कासीम रहमान ने उससे मारपीट की। वह शोर मचाते हुए भागने लगा तो मुबस्सिर और ओबादा ने जान से मारने के लिए बमबाजी कर दी। फायरिंग की और गोली उसके बगल से निकल गई। दोबारा बमबाजी की गई।
घटना से हास्टल के अंतेवासियों में खलबली मच गई। थोड़ी ही देर में पुलिस मौके पर पहुंच गई, लेकिन फायरिंग व बमबाजी करने वाले भाग निकले थे। पुलिस अधिकारियों ने हास्टल के अधीक्षक डा. इरफान अहमद को बुलाकर तलाशी अभियान शुरू किया और फिर दो तमंचे व 30 बम बरामद किए गए। हमले के आरोप में आसिफ ने और तमंचा व बम बरामदगी पर इंस्पेक्टर बृजेश सिंह ने कर्नलगंज थाने में केस दर्ज कराया है।
गिरफ्तारी पर खुलेगा बम से जुड़े राज
मुस्लिम बोर्डिंग हास्टल अक्सर सुर्खियों में रहता है। कई बार अवैध रूप से रहने वाले छात्रों को बाहर करके कमरे खाली करवाए गए, लेकिन बाद में फिर कुछ को आवंटित कर दिया गया। पुलिस का कहना है कि हास्टल के कमरे में इतने बम और तमंचा किस उद्देश्य से रखे गए थे, इससे जुड़े राज आरोपितों की गिरफ्तारी पर खुलेंगे। नामजद अभियुक्तों को पकड़ने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन से भी मदद ली जा रही है।
मुबस्सिर, ओबैदा के कमरे से मिला तमंचा व बम
हास्टल का कमरा नंबर 57 प्रतापगढ़ के डेरवा निवासी मुबस्सिर हारुन और प्रयागराज निवासी ओबैदा के नाम पर कमरा नंबर 35 आवंटित हैं। दोनों के कमरे से तमंचा और बम बरामद हुए हैं। तलाशी से पहले ही दोनों तमंचा फेंककर भाग गए थे। पुलिस ने बताया कि मुबस्सिर खान के खिलाफ जार्जटाउन थाने में भी जानलेवा हमले के आरोप में मुकदमा दर्ज है। वह आपराधिक प्रवृत्ति का है।