Allahabad University के छात्र परमाणु उर्जा, साहित्य में एआइ, जीआइस व अभिनय सीखेंगे, कौशल विकास पाठ्यक्रमों के मिलेंगे विकल्प
Allahabad University छात्रों के कौशल विकास के लिए 191 नए पाठ्यक्रम शुरू करेगा। इन पाठ्यक्रमों में आधुनिक विषयों जैसे एआइ न्यूक्लियर एनर्जी के साथ-साथ दैनिक जीवन से जुड़े विषय भी शामिल हैं। छात्र अपनी रुचि के अनुसार पाठ्यक्रम चुन सकेंगे जिससे उनके रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी और उन्हें वास्तविक जीवन की चुनौतियों का सामना करने में मदद मिलेगी।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। Allahabad University अब छात्रों को केवल परंपरागत शिक्षा तक सीमित नहीं रखना चाहता, बल्कि उन्हें बहुआयामी और कौशलयुक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। विश्वविद्यालय ने कुल 191 कौशल विकास पाठ्यक्रम तैयार किए हैं, जिन्हें प्रत्येक विभाग द्वारा तैयार किए गए पाठ्यक्रमों को शामिल किया गया है।
इन पाठ्यक्रमों का उद्देश्य छात्रों को न केवल शैक्षणिक दृष्टि से बल्कि व्यावहारिक जीवन और रोजगार के अवसरों के लिए भी तैयार करना है। इनमें साहित्य, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और व्यावहारिक जीवन से जुड़े अनेक विषय शामिल किए गए हैं। यहां तक कि एआइ, न्यूक्लियर एनर्जी, जीआइएस, और अभिनय जैसे आधुनिक और आकर्षक विषय भी इसमें शामिल हैं।
दिलचस्प बात यह है कि साथ ही एक्वेरियम और बोनसाई निर्माण, ग्रामीण पर्यटन, वर्मीकंपोस्ट, बेकरी, संगीत तथा कास्मेटिक एंड परफ्यूम केमिस्ट्री जैसे दैनिक जीवन और शौक से जुड़े पाठ्यक्रम भी इसमें जोड़े गए हैं।
इन 191 पाठ्यक्रमों में एस्ट्रोनामी एवं एस्ट्रोफिजिक्स, आण्विक ऊर्जा, सौर ऊर्जा, आपदा प्रबंधन एवं राष्ट्रीय सुरक्षा, रक्षा पत्रकारिता, हाइड्रोपोनिक फार्मिंग, वैदिक चैंटिंग एवं यज्ञ विज्ञान, ज्योतिष, भगवद्गीता एवं तनाव प्रबंधन जैसे विषय शामिल हैं। इसके अलावा, ला एवं साइबर सिक्योरिटी, जियोलाजिकल म्यूजियम, राष्ट्र निर्माण व समाजसेवा, बेसिक बाडी आर्गनाइजेशन तथा जीवन में नैतिकता, संविधान, रिमोट सेंसिंग पर आधारित पाठ्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए हैं।
छात्र अपनी पसंद के अनुसार कौशल विकास पाठ्यक्रम चुन सकेगा। इसके लिए छात्रों को दो क्रेडिट पाइंट्स दिए जाएंगे, जो उनकी शैक्षणिक प्रगति में भी जुड़ेंगे। पाठ्यक्रम तैयार करने वाली समिति 191 पाठ्यक्रमों को मंगलवार को प्रस्तावित विद्वत परिषद की बैठक में रखेगी, इसके बाद परिषद की मुहर के साथ ही यह छात्रों के लिए उपलब्ध करा दिए जाएंगे।
समिति के अनुसार इन पाठ्यक्रमों का सबसे बड़ा उद्देश्य छात्रों को किताबों तक सीमित न रखकर उन्हें वास्तविक जीवन की चुनौतियों का सामना करने योग्य बनाना है। जब छात्र एआइ, डेटा साइंस, जीआईएस, साइबर सिक्योरिटी और न्यूक्लियर एनर्जी जैसे विषयों का व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करेंगे, तो उनकी रोजगार संभावनाएं कई गुना बढ़ेंगी। वहीं, संगीत, योग, गीता आधारित तनाव प्रबंधन, वैदिक चैंटिंग जैसे कोर्स उनकी मानसिक और सांस्कृतिक समृद्धि को बढ़ाएंगे।
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