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    UPPSC PCS Exam: पेपर लीक मामले के बाद अब इस वजह से आयोग की हो रही किरकिरी, कॉपी दिखाने के लिए...

    Updated: Sat, 08 Jun 2024 09:12 PM (IST)

    UPPSC PCS Exam उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की छवि में पिछले दो वर्ष से सुधार देखने को मिला था। समय पर परीक्षाओं और परिणामों की घोषणा से आयोग की छवि बदल रही थी पर आरओ-एआरओ पेपर प्रकरण के बाद आयोग का कामकाज पटरी से उतर गया और अब इस परीक्षा में उत्तर पुस्तिका में हैंडराइंटिंग बदलने के आरोप के बाद आयोग की किरकिरी शुरू हो गई है।

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    पेपर लीक मामले के बाद अब इस वजह से आयोग की हो रही किरकिरी

    राज्य ब्यूरो, प्रयागराज। Uttar Pradesh Public Service Commission: सूचना के अधिकार (आरटीआइ) के तहत उत्तर पुस्तिकाएं दिखाने के लिए किसी संस्थान को कितना समय लगेगा। ज्यादा से ज्यादा एक महीना। काम का बोझ ज्यादा है तो दो महीना, लेकिन उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने आरटीआइ के तहत उत्तर पुस्तिका दिखाने के लिए वेटिंग का रिकॉर्ड बना दिया है।

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    आरटीआइ से अभ्यर्थी का आवेदन मिलने पर आयोग ने उसे कापी देखने के लिए एक साल बाद बुलाया है। यह भी स्पष्ट कर दिया है कि किसी कारणवश तय तिथि पर अभ्यर्थी नहीं पहुंचा तो आयोग यह मान लेगा कि अभ्यर्थी को उत्तर पुस्तिका का निरीक्षण करने की आवश्यकता नहीं है और प्रकरण को निस्तारित मान लिया जाएगा।

    पीसीएस-2023 की मुख्य परीक्षा में शामिल अभ्यर्थी रोहित सिंह ने अपनी उत्तर पुस्तिका का अवलोकन करने के लिए सूचना के अधिकार का सहारा लिया। दो महीने को सूचना मांगी पर यह पत्र आयोग को 15 मई 2024 को मिला। इसके बाद जो कुछ हुआ वह आपको हैरान कर देगा।

    एक साल बाद ही कॉपी देख सकेगा अभ्यर्थी

    आयोग ने अभ्यर्थी को उत्तर पुस्तिकाओं का निरीक्षण करने के लिए 14 मई 2025 को दोपहर तीन बजे जनसूचना अधिकारी कार्यालय में उपस्थित होने के लिए पत्र जारी कर दिया। स्पष्ट है कि आयोग को पत्र मिलने के एक साल बाद ही अभ्यर्थी कॉपी देख सकेगा।

    जनसूचना अधिकारी दुर्गेश कुमार सिंह ने सात बिंदुओं पर दिशानिर्देश भी दिया है। कहा गया है कि अभ्यर्थी को दिया गया पत्र ही इंट्री पास होगा। एक साल इंतजार के बाद अभ्यर्थी को 30 मिनट का समय ही मिलेगा। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष अवनीश पांडेय ने अभ्यर्थी को आरटीआइ के तहत कापी देखने के लिए एक वर्ष बाद का समय देने को आयोग की तानाशाही बताते हुए कहा कि इस तरह के आदेश अभ्यर्थियों को परेशान करने के लिए दिए जाते हैं।

    पुराने ढर्रे पर लौट रहा आयोग

    उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की छवि में पिछले दो वर्ष से सुधार देखने को मिला था। समय पर परीक्षाओं और परिणामों की घोषणा से आयोग की छवि बदल रही थी पर आरओ-एआरओ पेपर प्रकरण के बाद आयोग का कामकाज पटरी से उतर गया।

    पीसीएस-जे की परीक्षा में उत्तर पुस्तिका में हैंडराइंटिंग बदलने के आरोप के बाद आयोग की किरकिरी शुरू हो गई है। इस बीच कॉपी दिखाने के लिए एक साल की वेटिंग वाले पत्र पर अभ्यर्थी आयोग को जमकर ट्रोल कर रहे हैं।