Prayagraj News : 15 फीट गहरे गड्ढे में डूबने से कक्षा दो के छात्र की मौत, विद्यालय के बगल मिट्टी खनन को खोदा गया था
प्रयागराज जनपद में यमुनापार इलाके के मांडा थाना क्षेत्र में हादसा हो गया। दिघिया चौकी अंतर्गत नरवर चौकठा गांव में प्राथमिक विद्यालय के छात्र की गड्ढे में भरे पानी में डूबने से मौत हो गई। वह विद्यालय में कक्षा दो का छात्र था। स्कूल की छुट्टी के काफी देर बाद भी घर नहीं पहुंचा तो उसे ढूंढते हुए घटनास्थल पर लोग पहुंचे।

संसू, जागरण, मांडा (प्रयागराज)। यमुनापार के मांडा थाना क्षेत्र में शनिवार को एक मार्मिक घटना हुई। दिघिया चौकी अंतर्गत नरवर चौकठा गांव में एक मासूम छात्र की गड्ढे में भरे पानी में डूबकर मौत हो गई। वह प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने गया था। वहीं बगल स्थित खोदे गए गड्ढे में गिर गया था।
नरवर चौकठा गांव के रहने वाले अरुण कुमार का आठ वर्षीय बेटा विवान राज ऊर्फ छोटू प्राथमिक विद्यालय नरवर-चौकठा में कक्षा दो का छात्र था। बताया जाता है कि शनिवार सुबह करीब आठ बजे छोटू पढ़ने के लिए प्राथमिक विद्यालय गया था। हालांकि स्कूल की छुट्टी होने काफी देर बाद तक वह घर वापस नहीं लौटा।
छोटू जब काफी देर बाद तक घर नहीं पहुंचा तो परिवार के लोग सशंकित हो गए। उन्होंने पड़ोस में रहने वाले स्कूली बच्चों से छोटू के बारे में पूछा तो बच्चों ने बताया कि वह स्कूल तो गया था लेकिन छुट्टी होने के बाद वापस लौटते समय नहीं दिखाई दिया था।
इससे चिंतित छोटू के परिवार के सदस्य प्राथमिक विद्यालय पहुंचे तो छुट्टी के बाद स्कूल में ताला बंद मिला। इस स्कूल के बगल में मिट्टी खनन से बने लगभग 15 फिट गहरे गड्ढे के पास छोटू का चप्पल लोगों ने देखा। पानी भरे गड्ढे में तलाश करने पर वह मिला, लेकिन उसकी सांसें थम चुकी थी।
छोटू दो भाई थे। उसकी मां की मौत कोरोना काल में हुई थी। परिवार के सदस्यों ने अवैध मिट्टी खनन को बेटे की मौत का जिम्मेदार मान रहे हैं। प्रभारी निरीक्षक शैलेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर विधिक कार्रवाई करने में जुटी है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
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