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    कुंभ मेला: 1.49 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी, प्रयागराज में भीड़ इतनी कि 40 KM पहले करना पड़ा डायवर्जन

    Updated: Sun, 16 Feb 2025 09:40 PM (IST)

    (Maha Kumbh 2025) महाकुंभ मेले में रविवार को अमृत स्नान पर्व की तरह 1.49 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को प्लान बदलना पड़ा और वाहनों को डायवर्ट कर पार्किंग में भेजा गया। शहर के अंदर भी जाम लगा रहा। प्रयागराज मुख्यालय से 30 से 40 किलोमीटर पहले वाहनों को डायवर्ट कर पार्किंग में भेजा गया।

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    महाकुंभ मेले में डेढ़ करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी। (तस्वीर जागरण)

    जागरण संवाददाता, महाकुंभनगर। महाकुंभ में छुट्टी के दिन रविवार को अमृत स्नान पर्व की तरह श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। सुबह से शाम तक जनज्वार उमड़ता रहा। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस अधिकारियों को प्लान बदलना पड़ा। प्रयागराज मुख्यालय से 30 से 40 किलोमीटर पहले वाहनों को डायवर्ट कर पार्किंग में भेजा गया।

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    संगम तट और वहां तक आने-जने वाले रास्ते भी चोक रहे। मेला क्षेत्र के प्रवेश मार्ग पर स्नानार्थियों की गाड़ियां घंटों फंसी रहीं और कई हिस्से में जाम लगा रहा, जिससे स्नानार्थियों को परेशानी हुई। राजमार्गों पर दूसरे भी दिन वाहन रेंगते रहे और पार्किंग तक पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। करीब 15 घंटे में 50 हजार से अधिक वाहन जिले में प्रवेश हुए और इसी अनुपात में वापस गए।

    डेढ़ करोड़ से ज्यादा लोगों ने लगाई डुबकी

    शाम तक 1.49 करोड़ स्नानार्थियों ने त्रिवेणी में डुबकी लगाई। सड़क पर उतरकर पुलिस अधिकारी यातायात को सुगम बनाए रखने के लिए जूझते रहे। सनातन संस्कृति की संवाहक त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने की भीड़ पांच मुख्य स्नान पर्व समाप्त होने के बाद भी कम नहीं हो रही है। सड़क मार्ग से आने वाले श्रद्धालुओं को असुविधा न हो, इसके लिए मुख्यमंत्री की ओर से लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं।

    पुलिस अधिकारी भी भीड़ का अनुमान लगाकर योजना बनाकर क्रियान्वित कर रहे हैं, लेकिन जिस तरह से सामान्य दिनों में लोग महाकुंभ आ रहे हैं, उससे यातायात व्यवस्था चरमरा जा रही है। शनिवार के बाद रविवार को संगम तट पर जनसमुद्र दिखाई दिया। इससे प्रयागराज को जोड़ने वाले दिल्ली, कानपुर, लखनऊ, जौनपुर, वाराणसी, मीरजापुर, बांदा, चित्रकूट और कौशांबी मार्ग सुगम यातायात की स्थिति बिगड़ गई। तब प्रयागराज मुख्यालय 30 से 40 किलोमीटर पहले बड़े वाहनों को डायवर्ट करते हुए पार्किंग में भेजा गया।

    शहर के अंदर भी लगा रहा जाम

    वहां से शटल बस और दूसरे साधनों से श्रद्धालुओं को संगम के नजदीक तक पहुंचाया गया। हालांकि इस दौरान छोटी गाड़ियां निकलती रहीं, लेकिन नजदीक की पार्किंग में जाने की बजाय संगम की ओर आगे बढ़ गईं, जिससे जाम लग गया। इससे फाफामऊ, नैनी, झूंसी और सुलेम सरांय से पांच किलोमीटर तक वाहन फंसे रहे। शहर के विभिन्न क्षेत्रों से भी 10 से 15 किलोमीटर की दूरी तय करके स्नानार्थी संगम तक पहुंचे।

    मेला क्षेत्र के प्रवेश मार्ग और उसके आसपास भी गाड़ियां फंसी रहीं। उधर, एडीजी जोन भानु भास्कर, आइजी रेंज प्रेम गौतम, पुलिस कमिश्नर तरुण गाबा, एडिशनल पुलिस कमिश्नर अजयपाल शर्मा, डीसीपी ट्रैफिक नीरज पांडेय और डीसीपी सिटी अभिषेक भारती सड़क पर उतरकर भीड़ व यातायात का प्रबंधन करते रहे। 

    अधिकांश पांटून पुल रहे बंद रविवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और वीआइपी आगमन के चलते अधिकांश पांटून पुलों को बंद रखा गया। इससे श्रद्धालुओं को कई किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ी।

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