Updated: Mon, 02 Sep 2024 03:46 PM (IST)
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में बिना मुआवजा दिए मकान गिराए जाने से व्यापारियों में फैले आक्रोश की खबर। एसडीएम कुंडा की अगुवाई में एनएचआइ द्वारा नवाबगंज चौराहे के पास बने मकानों को बुलडोजर से गिरा दिया गया। व्यापारियों का आरोप है कि उन्हें कोई मुआवजा नहीं दिया गया और न ही कोई नोटिस दिया गया। इस कार्रवाई से व्यापारियों में भारी रोष है।
संवाद सूत्र, परियावां। एसडीएम कुंडा की अगुवाई में एनएचआइ द्वारा बुलडोजर चलाकर नवाबगंज चौराहे के पास बने मकान गिराए गए। कार्रवाई से व्यापारियों में आक्रोश फैल गया। उन्होंने इसका विरोध किया। मुआवजा दिए बिना ध्वस्तीकरण का आरोप लगाया।
काफी समझाने पर भी जब व्यापारी नहीं माने तो पुलिस बल का प्रयोग कर कार्रवाई की गई। इन दिनों लखनऊ से लेकर प्रयागराज तक फोरलेन सड़क का काम चल रहा है, जिसमें एनएचआइ विभाग द्वारा लोगों की जगह अधिग्रहण कर उनको मुआवजा दिया गया, लेकिन कहीं-कहीं ऐसा भी हुआ कि बिना मुआवजा दिए ही उनका मकान गिरा दिया गया। यहां तक की उसका सत्यापन भी नहीं हुआ था, जिसका एक जीता जागता उदाहरण शनिवार को नवाबगंज चौराहा पर देखने को मिला। इस चौराहे पर लगभग एक दर्जन लोगों का मकान का मुआवजा नहीं आया।
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बिना नोटिस ढहा दिए मकान
एनएचआइ विभाग की टीम बुलडोजर लेकर एसडीएम कुंडा के नेतृत्व में पहुंच गई, जैसे ही व्यापारियों को मालूम हुआ की मकान गिरने जा रहा है, सभी लोग एसडीएम के पास आकर अपनी बात रखी कि हम लोगों को अभी पैसा नहीं मिला। यहां तक की कब सत्यापन हुआ, कब गजट हुआ और हम लोगों को एक भी नोटिस भी नहीं दी गई।
पुलिस बल के सहारे मनोज शुक्ल,निजाम अहमद, अंसार अहमद व रेहान का मकान गिरा दिया गया। कहा गया कि बाकी बचे संतोष, जगदीश, शिव शंकर, छोटेलाल चौरसिया व प्रदीप चौरसिया को हिदायत दी गई कि उन लोगों का मंगलवार को मकान गिराया जाएगा।
व्यापारी कह रहे हैं कि अगर बिना संतुष्ट किए मकान गिराया गया तो हम लोग सड़क पर उतरेंगे। एसडीएम कुंडा भरत राम का कहना है कि जिन व्यापारियों को पैसा नहीं मिला है, उन्हें जल्द की पैसा दिलाया जाएगा। किसी प्रकार की मनमानी नहीं होने पाएगी।
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