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    तुलसी ने भगवान राम के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाया

    मानस के रचनाकार गोस्वामी तुलसीदास को उनकी जन्म तिथि पर सोमवार को याद किया गया। उनके व्यक्ति

    By JagranEdited By: Updated: Tue, 28 Jul 2020 06:06 AM (IST)
    तुलसी ने भगवान राम के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाया

    मानस के रचनाकार गोस्वामी तुलसीदास को उनकी जन्म तिथि पर सोमवार को याद किया गया। उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर चर्चा की गई।

    कटरा रोड पर शिवजी पुरम में आयोजित कार्यक्रम में श्रीराम चरित मानस का पूजन किया गया। इस मौके पर धर्माचार्य ओम प्रकाश पांडेय अनिरुद्ध रामानुज दास ने कहा कि गोस्वामी तुलसी दास न होते तो घर-घर तक प्रभु राम जाने न जाते। अवधी भाषा में मानस की रचना करके गांव गलियारे तक प्रभु श्रीराम के महात्म्य को पहुंचाया। सर्वोदय सद्भावना संस्थान द्वारा आयोजित कार्यक्रम में धर्माचार्य ने कहा कि गोस्वामी जी ने द्वादश ग्रंथों की रचना की, इसमें श्रीराम चरित मानस, विनय पत्रिका, हनुमान बाहुक जैसे ग्रंथ हमारे जीवन के प्रत्येक क्षण में उपयोगी हैं। इस पर विद्वत जन निज मत के अनुसार टीका टिप्पणियां करते हुए उपाधियां प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि भले ही गोस्वामी तुलसी दास जी का जन्म गोंडा और बांदा बताया जाए, पर ऐसे बहुत से प्रमाण मिल रहे हैं, जिससे कहा जा सकता है कि वह प्रतापगढ़ के रानीगंज विधानसभा क्षेत्र के राजापुर नामक ग्राम में हुआ था। प्रतापगढ़ के अवध क्षेत्र में बोली जाने वाली अवधी भी उनके यहां के संबंध को बताती है। फिलहाल इस पर शोध जारी है। कार्यक्रम में लॉक डाउन का पालन करते हुए नारायणी रामानुजदासी, डॉ. अवंतिका पांडेय, डॉ. अंकिता पांडेय, वरिष्ठ साहित्यकार भानु प्रताप त्रिपाठी मराल, आचार्य कमलेश तिवारी, संगम लाल त्रिपाठी भंवर, संतोष दुबे पूर्व सभासद, दिनेश शर्मा प्रतिनिधि मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह, आलोक ज्योतिषी, आचार्य दीपक ने अपने भाव सुमन अíपत किए।

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    अलौकिक है तुलसी का साहित्य

    संसू, पट्टी : तुलसी जी की जन्म तिथि पर अखिल भारतीय साहित्य परिषद के तत्वावधान में वेबिनार किया गया। इसमें विश्व कवि तुलसीदास का साहित्यिक, सामाजिक, आध्यात्मिक जीवन में अवदान विषय पर पीजी कॉलेज पट्टी के हिदी प्राध्यापक डा. मिथिलेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास जी सच्चे अर्थ में विश्वकवि थे। उनका साहित्य भी वि‌र्श्व साहित्य है। जो ज्ञान के समस्त विषयों के सारांश से निर्मित है। महामंत्री ऋषि कुमार मिश्र, डा. राजन यादव, डा. यशवंत सिंह ने भी अपने विचार रखते हुए वि‌र्श्व कवि तुलसीदास के जीवन पर प्रकाश डाला। संचालन डॉ. दिनेश प्रताप सिंह ने किया।