बलीपुर गांव में हर आने-जाने वालों पर तीसरी नजर का पहरा
आपको बलीपुर गांव की दास्तान किसी तिलिस्म से कम नहीं लगेगा। जी हां। शराब माफिया गुड्डू सिंह का नाम इस गांव वालों के लिए दहशत का दूसरा नाम है। गांव की ह ...और पढ़ें

संसू, कुंडा: आपको बलीपुर गांव की दास्तान किसी तिलिस्म से कम नहीं लगेगा। जी, हां। शराब माफिया गुड्डू सिंह का नाम इस गांव वालों के लिए दहशत का दूसरा नाम है। गांव की हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए 70 कैमरे लगाए गए थे, ताकि हर आने-जाने वाले की गतिविधि पर नजर जमी रहे। ऐसी कई व्यवस्था शराब के अवैध कारोबार के विशाल साम्राज्य की पोल छिपाने के लिए की गई थी।
हथिगवां थाना क्षेत्र के झाझा का पुरवा गांव में शराब के फैक्ट्री के भंडाफोड़ होने के बाद बलीपुर गांव निवासी गुड्डू सिंह का नाम प्रकाश में आया है। ग्रामीणों व पुलिस कर्मियों की मानें तो अवैध शराब के कारोबार में ग्रामीणों पर नजर रखने के लिए प्रधान पति द्वारा पूरे गांव में 70 स्थानों पर हर चौराहें, नुक्कड़ पर सीसीटीवी कैमरे लगवाएं गए है। इसके माध्यम से गांव में आने जाने वाले हर व्यक्तियों पर नजर रखी जाती थी। साथ ही शराब के इस कारोबार में लगे हुए कैमरों की भी मदद ली जाती थी। इस खूफिया व्यवस्था की भनक ग्रामीणों को थी, तो पुलिस इतने दिन कैसे स्थानीय पुलिस अनजान रह गई।
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शराब की फैक्ट्री में ग्रामीणों का प्रवेश था वर्जित
हथिगवां थाना क्षेत्र के हथिगवां नौबस्ता मार्ग पर झाझा का पुरवा के पास स्थित शराब फैक्ट्री भले ही डेढ़ वर्ष से संचालित हो रही हो, लेकिन उस फैक्ट्री के अंदर बाहरी लोगों का जाना प्रतिबंधित रहता था। ऐसे में कोई भी ग्रामीण उस फैक्ट्री की तरफ झांककर देखता तक नहीं था। क्योंकि एक तो शराब फैक्ट्री का मुख्य द्वार बंद रहता था और दूसरी तरफ जब खुलता भी था तो गेट पर गार्ड का बड़ा पहरा होता था। इससे लोग अंदर जाने की जहमत नहीं उठाते थे। ऐसे में गौशाला और गाय की सेवा के नाम पर अवैध शराब का कारोबार फलफूल रहा था।
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लोगों को थी भनक, भयवश नहीं खोलते थे जुबान
झांझा का पुरवा गांव में अवैध रूप से संचालित होने वाली शराब की फैक्ट्री के बारे में उन्हीं लोगों को जानकारी थी, जो इस कारोबार से जुड़े हुए थे। उसमें गांव के कुछ लोग भी शामिल थे। फैक्ट्री पकड़े जाने के बाद अब वह लोग घर छोड़कर फरार हैं। गांव के ढनगू काका बताते हैं कि भैया पहले यह जमीन कुटी के नाम थी, डेढ़ वर्ष पूर्व इस पर किसी ने निर्माण कराया और अंदर क्या करते थे, इस बात की जानकारी हमका सब का नहीं रही। कुछ लोग मुस्कुराकर इशारा तो करते हैं, लेकिन भयवश कुछ भी बताने को तैयार नहीं।
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स्वजनों की करतूत की सजा भुगतने जेल पहुंची रोली
हथिगवां थाना क्षेत्र के मोहद्दीनगर गांव में बीते शुक्रवार की रात अवैध रूप से तैयार की जाने वाली अंग्रेजी व देशी शराब के मामले में पुलिस ने जिन लोगों को पकड़ा है, उसमें चार महिलाएं व तीन पुरूष हैं। पुलिस की इस गिरफ्तारी में शिव मूरत की बेटी रोली को भी पुलिस ने नामजद किया है, जिसकी शादी अभी तक नहीं हुई है। ऐसे में स्वजन रोली की शादी की तैयारी कर रहे थे जिसे पुलिस ने शराब के मामले में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया।
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थाने के गेट पर अभी भी लिखा है पूर्व एसओ का नाम
संसू, कुंडा: हथिगवां थाने में तैनात रहे एसओ उदय त्रिपाठी का भले ही माह भर पूर्व लखनऊ स्थानांतरण हो गया हो, लेकिन उनका नाम आज भी थाने में चलता है। क्योंकि पूर्व एसओ का नाम आज भी थाने के गेट पर लिखा हुआ है। इससे आने जाने वाले अधिकारी व पीड़ित उन्हीं का नाम देकर पूछते हैं। यही नहीं बीते तीन दिनों से अवैध शराब कारोबारियों पर चल रही कार्रवाई के बाद आईजी, एडीजी समेत आलाधिकारी थाने पहुंचे है, लेकिन किसी का ध्यान उस तरफ नहीं गया।
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दस दिन से एडीजी जोन की टीम बाइक से कर रही थी रोकी
संसू, कुंडा: हथिगवां थाना क्षेत्र में बीते तीनों दिनों में हुई बड़ी कार्रवाई में पुलिस ने भले ही करोड़ों की अंग्रेजी व देशी शराब बरामद कर ली हो, लेकिन इसका ताना बाना बीते एक पखवारे से एडीजी प्रेम प्रकाश की सर्विलांस की टीम कर रही थी। कभी भेष बदलकर, तो कभी बाइक से तो कभी पैदल लोगों के बीच पहुंचकर उनसे बातचीत करना और परिचय बनाने का काम किया जा रहा था। इससे लोगों के बीच अपनी पैठ बनाने के बाद टीम ने शराब कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की। इसके तहत मोहद्दीनगर, झाझा का पुरवा समेत स्थानों पर छापेमारी कर भारी मात्रा में देशी व अंग्रेजी शराब को टीम ने बरामद किया।
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अस्थायी पुलिस चौकी में तब्दील होगी शराब की फैक्ट्री
संसू, कुंडा: हथिगवां थाना क्षेत्र के झाझा का पुरवा नौबस्ता गांव में भारी मात्रा में बरामद करोड़ों की शराब को देख कर जहां पुलिस के आलाधिकारियों के पसीने छूट गए। वहीं भारी मात्रा में बरामद शराब को रखने के लिए हथिगवां थाने में जगह का अभाव हो गया है। ऐसे में जिस गौशाला में शराब की फैक्ट्री बरामद हुई है, उसी स्थान को अस्थायी पुलिस चौकी बनाकर फैक्ट्री के अंदर बरामद हुए सामान को रखकर उसे सील करने की तैयारी प्रशासन द्वारा की जा रही है। क्योंकि थाना परिसर में स्थान खाली न होने के कारण शराब फैक्ट्री को सील कर उसकी सुरक्षा में अस्थायी पुलिस चौक्ी बनाने के लिए एडीजी ने निर्देश दिया है। --------------

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