बांस की जाली करेगी पौधों की रखवाली
पौधे लगाने के साथ उनको बचाने की व्यवस्था भी जरूरी है। केवल पौधे रोप देने भर से वह नहीं बचने वाले

बांस की जाली करेगी पौधों की रखवाली
संसू, संडवा चंद्रिका : पौधे लगाने के साथ उनको बचाने की व्यवस्था भी जरूरी है। केवल पौधे रोप देने भर से वह नहीं बचने वाले। इसके लिए बेल्हा में नई पहल हुई है। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की ओर से बांस की जाली बनाई जा रही है। इससे रोपित किए जा रहे पौधे सुरक्षित किए जा सकेंगे।
देखा जाता है कि हर साल बड़े पैमाने पर पौधे लगाए जाते हैं। बेसहारा पशुओं से बचाने का इंतजाम न होने से अधिकांश पौधे नष्ट हो जाते हैं। पिछले साल के हजारों पौधों का अब पता नहीं है। आगे से ऐसा न हो इसके लिए वन विभाग को कम लागत में ट्री गार्ड मुहैया कराने का काम स्वयं सहायता समूह की महिलाएं करेंगी। महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा। यह पहल प्रतापगढ़ के संडवा चंद्रिका ब्लाक में शुरू हो चुकी है। जाली बनाने में आने वाली लागत व उनके पारिश्रमिक का भुगतान प्रशासन मनरेगा मद से करेगा। इस पहल से बांस की खेती करने वाले किसान भी लाभान्वित होंगे। गांव की महिलाओं को रोजगार मिलेगा। रामपुर प्रान की एकता आजीविका स्वयं सहायता समूह की महिलाएं ट्री गार्ड बना रही हैं। पौधों की सुरक्षा के लिए ईंट का थाला बनाने या लोहे की जाली बनाने में लागत अधिक लगती है। इसको बनाना व लगाना भी थोड़ा कठिन होता है। इसके विकल्प के रूप में अब बांस की फट्टी से बने ट्री गार्ड हरियाली को बचाने में कारगर साबित होंगे। बीडीओ प्रमोद कुमार सिंह कहते हैं कि ट्री गार्ड बनाने वाले समूह को मनरेगा से भुगतान किया जाएगा। इसके लिए अधिकारियों को पत्र भेजकर अनुमति मांगी गई है।
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समूह की महिलाओं की ओर से बांस की फट्टी से जाली तैयार की जा रही है। इससे दर्जनभर महिलाओं को रोजगार मिला है। वह बड़े उत्साह से काम कर रही हैं।
- सरिता सिंह, अध्यक्ष एकता समूह
समूह की महिलाओं को बांस की जाली बनाने के लिए प्रशिक्षित किया गया है। कार्य की सफलता व लाभ को देखकर इसमें और भी समूह आवेदन कर रहे हैं।
- अजय सिंह, ब्लाक मिशन प्रबंधक एनआरएलएम
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