Raja Bhaiya के पिता उदय प्रताप सिंह समेत 13 लोग 40 घंटे के लिए नजरबंद, मोहर्रम को लेकर पुलिस ने की कार्रवाई
मोहर्रम के मद्देनजर प्रशासन ने पूर्व कैबिनेट मंत्री कुंवर रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह समेत 13 लोगों को 40 घंटे के लिए नजरबंद किया है। अपराध निरीक्षक संजय सिंह ने भदरी कोठी पहुंचकर नज़रबंदी की नोटिस चस्पा की। सभी के घरों पर पुलिस बल तैनात किया गया है।

संसू, कुंडा (प्रतापगढ़)। मोहर्रम के मद्देनजर हुए प्रतापगढ़ जनपद स्थित कुंडा के प्रशासन ने पूर्व कैबिनेट मंत्री कुंवर रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया के पिता भदरी कोठी के बड़े राजा उदय प्रताप सिंह समेत 13 लोगों को 40 घंटे के लिए नजरबंद कर दिया है। पिछले कई वर्षों से मोहर्रम को लेकर नजरबंद की कार्रवाई की जा रही है।
नजरबंद की नोटिस चस्पा
नजरबंद की नोटिस चस्पा करने के लिए अपराध निरीक्षक संजय सिंह भारी भरकम पुलिस फोर्स के साथ शनिवार को भदरी कोठी पहुंचे। वहां पर उन्होंने राजा उदय प्रताप सिंह को शनिवार की भोर पांच बजे से रविवार रात 9:00 बजे तक नजरबंद करने की नोटिस को चस्पा किया। नोटिस चस्पा करने के दौरान राजा उदय प्रताप सिंह भदरी कोठी में मौजूद रहे।
इन लोगों को किया गया नजरबंद
अपराध निरीक्षक संजय सिंह ने बताया कि राजा उदय प्रताप सिंह के साथ ही जितेंद्र यादव निवासी नौबस्ता हथिगवां, आनंदपाल बढ़ईपुर कुंडा ,उमाकांत शेखपुर कुंडा ,भवानी विश्वकर्मा बदूपुर कुंडा ,रवि सिंह व हनुमान प्रसाद पांडेय निवासी सुभाष नगर कुंडा ,केसरी नंदन सरैया प्रवेश पुर हथिगवां ,जमुना प्रसाद मियां का पुरवा कुंडा ,निर्भय सिंह बेती हथिगवां, गया प्रजापति लोहारन का पुरवा ,जुगनू विश्वकर्मा गोपाल गंज शाहपुर हथिगवां,मोहनलाल पन्नालाल रोड प्रयागराज को नजर बंद किया गया है। नजरबंद किए गए सभी के घरों पर पुलिस बल तैनात किया गया है।
मोहर्रम के दिन बंदर की गोली मारकर की गई थी हत्या
कुंडा के शेखपुरा गांव में वर्ष 2012 में मोहर्रम के दिन कुछ लोगों ने एक बंदर की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद से ही मोहर्रम के दिन शेखपुर आशिक स्थित हनुमान मंदिर पर प्रति वर्ष मोहर्रम के दिन हनुमान चालीसा का पाठ व प्रसाद वितरण का कार्यक्रम कुछ भक्तों द्वारा किया जाने लगा। पहले यह कार्यक्रम छोटे पैमाने पर होता था,लेकिन वर्ष 2015 में राजा उदय प्रताप सिंह की निगरानी में वृहद रूप ले लिया।
2015 में मोहर्रम के दिन हुआ था भंडारा
मोहर्रम के दिन भंडारा की शुरुआत वर्ष 2015 में हुई थी। उसे समय प्रशासन ने मोहर्रम का जुलूस भी निकलवाया था और भंडारा भी सकुशल संपन्न कर दिया था, लेकिन मोहर्रम पर वर्ष 2016 में प्रशासन ने भंडारे पर आपत्ति लगा दी। इसके बावजूद शेखपुर आशिक से ताजिया नहीं उठाने के कारण आसपास के करीब डेढ़ दर्जन से अधिक गांव में ताजिया नहीं उठाया गया था। जबकि जबकि प्रशासन ने पूर्व कैबिनेट मंत्री कुमार रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह एवं उनके डेढ़ दर्जन से अधिक समर्थकों को नजरबंद करने की कार्रवाई की थी। नजरबंद की कार्रवाई हर वर्ष होती चली आ रही है।
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