रेल यात्रियों और कर्मियों को पानी की समस्या से मिली निजात
रेल यात्रियों व कर्मचारियों को अब पानी की समस्या से निजात मिल गई। अभी तक यहां पर केवल एक पंप से रेलवे कालोनी प्लेटफार्म व वाशिग लाइन पर पानी की आपूर्ति की जाती थी। डिमांड के मुताबिक पानी न मिल पाने से आए दिन स्टेशन व अन्य जगहों पर पानी की समस्या बनी रहती थी। 17 लाख लीटर के सापेक्ष महज छह लाख लीटर पानी ही मिल पाता था। इस समस्या को देखते हुए रेलवे महकमे ने कालोनी में 15 एचपी के दो नए पंप लगा दिए हैं। इससे पानी की समस्या दूर हो गई है।
प्रतापगढ़ : रेल यात्रियों व कर्मचारियों को अब पानी की समस्या से निजात मिल गई। अभी तक यहां पर केवल एक पंप से रेलवे कालोनी, प्लेटफार्म व वाशिग लाइन पर पानी की आपूर्ति की जाती थी। डिमांड के मुताबिक पानी न मिल पाने से आए दिन स्टेशन व अन्य जगहों पर पानी की समस्या बनी रहती थी। 17 लाख लीटर के सापेक्ष महज छह लाख लीटर पानी ही मिल पाता था। इस समस्या को देखते हुए रेलवे महकमे ने कालोनी में 15 एचपी के दो नए पंप लगा दिए हैं। इससे पानी की समस्या दूर हो गई है।
10 साल पहले रेलवे कालोनी, प्लेटफार्म व वाशिग लाइन पर 10 पंप से पानी की आपूर्ति की जाती थी। इन जगहों पर 24 घंटे के भीतर 16 लाख लीटर पानी की डिमांड पंप से पूरी की जाती थी। धीेरे-धीरे करके नौ पंप खराब हो गए। केवल एक पंप से सभी जगहों पर पानी की आपूर्ति की जाने लगी। हालांकि एक पंप से इतने पाने की आपूर्ति कर पाना मुश्किल भरा काम था। विभाग ने बारी-बारी से पानी देना शुरू किया। इसमें कुछ देर के लिए प्लेटफार्म तो कुछ देर के लिए कालोनी व वाशिग लाइन पर पानी की आपूर्ति होती थी। इससे कहीं भी डिमांड के मुताबिक पानी नहीं मिल पाता था। हालांकि किसी तरह से विभाग पानी की आपूर्ति करके काम चलाता था। नए पंप लगने से पानी की समस्या दूर हो गई।
रेलवे कालोनी में लगा एकलौता पंप अधिक लोड के चलते अक्सर जला रहता था। इससे माह भर में कई बार पेयजल संकट बना रहता था। नए पंप लगाने के लिए इंजीनियरिग विभाग ने कई बार डीआरएम समेत अफसरों को पत्र भी लिख चुके थे। हालांकि करीब 10 साल बाद दो नए पंप लगाए गए। सहायक मंडल अभियंता (इंजी) निहालुद्दीन ने बताया कि अब कालोनी, स्टेशन सहित अन्य जगहों पर पानी की समस्या दूर हो गई है। पर्याप्त पंप लग गए हैं। --------------