Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Pratapgarh News : सई नदी पर बन रहे अधूरे पुल को लेकर ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, किया विरोध-प्रदर्शन, दर्जनों गांववाले परेशान

    Updated: Sun, 31 Aug 2025 08:33 PM (IST)

    प्रतापगढ़ के बरघाट गांव में सई नदी पर बना पुल पहुंच मार्ग न होने से बेकार पड़ा है। ग्रामीणों ने सपा नेता आशुतोष पांडेय के नेतृत्व में प्रदर्शन किया और पुल का एप्रोच मार्ग बनवाने की मांग की। पुल बनने से कई गांवों को जिला मुख्यालय से सीधा संपर्क मिलेगा लेकिन मार्ग न होने से लोगों को परेशानी हो रही है।

    Hero Image
    प्रतापगढ़ के ग्रामीणों ने अधूरे सई नदी पुल पहुंच मार्ग नहीं बनने के कारण विरोध जताया है।

    जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़। नया माल गोदाम रोड से छींटपुर गांव के बीच बरघाट गांव में सई नदी पर पुल का निर्माण होने के बाद पहुंच मार्ग नहीं बन पा रहा है। इससे लोग परेशान हैं। समस्या का समाधान न होता देख आक्रोशित ग्रामवासियों ने रविवार को पुल के पास विरोध-प्रदर्शन किया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह पुल नाबार्ड योजना अंतर्गत 2016-17 वित्तीय वर्ष में 10 करोड़ की लागत से बना। दिसंबर 2023 से बनकर बेकार पड़ा है, क्योंकि पुल पर चढ़ने को दोनों ओर से एप्रोच मार्ग ही नहीं बन सका है। इस पुल से बरघाट, सिधारी पट्टी, प्रेमधर पट्टी, दुबे पट्टी, पूरे दुर्वन, छींटपुर, दिलीपपुर देवलहा समेत दर्जनों गांव जिला मुख्यालय से सीधे जुड़ सकते हैं, लेकिन यह हो नहीं पा रहा।

    ग्रामीणों ने सपा नेता आशुतोष पांडेय के नेतृत्व में इकट्ठा होकर धरना-प्रदर्शन किया। जिला प्रशासन व शासन के खिलाफ नारेबाजी की व पुल का पहुंच मार्ग बनवाने की मांग की। वीरेंद्र पांडेय, राकेश पांडेय, कृष्ण कुमार मिश्र, सुरेश कुमार मिश्र, विजय शंकर मिश्र, सुरेश मिश्र, विजय शंकर तिवारी, रामनाथ पाल, मजनू गौतम, रामधन गौतम, मुन्ना यादव, आदित्य मिश्रा, सुधांशु मिश्रा सहित लोगों ने कहा कि प्रशासन व जनप्रतिनिधियों की लापरवाही से लोगों की समस्या बनी हुई है। यह पुल चालू हो जाए तो बड़े काम का होगा।

    मौजूदा समय में मजबूरी में उक्त गांवों के हजारों लोग सुबह बच्चों की शिक्षा, चिकित्सा, मुकदमा तथा बाजार करने जिला मुख्यालय तक जाने में परेशान हो रहे हैं। पुल बन जाने की वजह से यहां से नाविक ने अपनी नाव हटा ली। लोगों को आने-जाने के लिए शिवसत घाट का उपयोग करना पड़ता है, जिसके लिए लगभग छह से आठ किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ता है।

    लोगों ने यह भी कहा कि यदि शासन प्रशासन इस पर ध्यान नहीं देता तो हम लोग जिला अधिकारी के कार्यालय पर धरना व प्रदर्शन करेंगे। एसडीएम रानीगंज विमल कुमार का कहना कि समस्या के समाधान का प्रयास किया जाएगा। लोक निर्माण विभाग को पत्र लिखा गया है।