Pratapgarh News : मां के नजर घुमाते ही गड्ढे में डूब गई मासूम बच्ची, वन विभाग की जमीन पर अवैध खनन से बना था गड्ढा
प्रतापगढ़ जनपद के रामपुर बावली में एक दुखद घटना में वन विभाग की जमीन पर अवैध मिट्टी खनन से बने गड्ढे में डूबने से 18 महीने की बच्ची की मौत हो गई। बच्ची की मां खेत में काम कर रही थी और वह खेलते हुए गड्ढे में गिर गई। इस घटना से परिवार में मातम छा गया है।

संसू, जागरण, रामपुर बावली (प्रतापगढ़)। वन विभाग की जमीन पर अवैध रूप से मिट्टी निकालने से बने गड्ढे में भरे बरसात के पानी में डूबने से 18 महीने की बच्ची की जान चली गई। यह हादसा सोमवार सुबह तब हुआ, जब मां अपनी बच्ची को खेत के मेड़ पर बैठाकर धान की निराई कर रही थी। खेत के समीप बने चार फीट गहरे गड्ढे में गिरने से बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई। जुड़वा बच्ची में से एक की मौत होने पर परिवार में मातम छा गया।
लालगंज के भकरा लकुरी भटनी निवासी संतोष कुमार दिल्ली में मजदूरी करता है। उसकी पत्नी लक्ष्मी सोमवार सुबह नौ बजे घर से चार सौ मीटर दूर अपने खेत में काम करने गई थी थी। साथ में 18 महीने की बेटी आराध्या को भी ले गई थी। वह बेटी को मेड़ पर बैठाकर धान की निराई करने लगी। बच्ची वहां खेल रही थी कि कुछ देर बाद मां ने नजर घुमाई तो मेड़ पर बेटी नहीं दिखी। इस पर वह परेशान हो गई।
आसपास देखने पर भी वह कहीं नहीं दिखी। वह तलाशते हुए वह बेटी का नाम लेकर आवाज लगाने लगी। इसी बीच करीब साढ़े नौ बजे खेत से करीब 10 मीटर दूर वन विभाग की जमीन पर बने गड्ढे में पानी में डूबी बेटी को देखकर वह चीख पड़ी। उसके चीखने व चिल्लाने की आवाज सुनकर स्वजन व गांव के लोग भी पहुंच गए। मासूम को गड्ढे से निकालकर सीएचसी संग्रामगढ़ ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
आराध्या के एक जुड़वा बहन अनामिका व एक बड़ा भाई अनिरुद्ध है। घटना के समय दोनों बच्चे अपनी चाची के पास घर पर थे। बच्ची की मौत से परिवार में चीख-पुकार मची है। बच्ची के शव का अंतिम संस्कार उसके पिता के आने पर मंगलवार को होगा।
लालगंज के प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार का कहना है कि मृतक बच्ची की मां की सूचना पर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। गड्ढा कैसे बना, मिट्टी किसने निकाली थी, इसकी जांच कराई जा रही है।
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