कानून के रखवालों के बच्चे बचाएंगे लोगों की जान, डॉक्टर की पढ़ाई के लिए विभाग भी कर रहा मदद
प्रतापगढ़ में पुलिसकर्मियों के बच्चों को डॉक्टरी की पढ़ाई के लिए पुलिस विभाग मदद कर रहा है। तीन पुलिसकर्मियों के बच्चों को छात्रवृत्ति मिली है। हेड कांस्टेबल दीपक कुमार सिंह के पुत्र अभय सिंह कांस्टेबल रंजीत कुमार प्रजापति की बेटी शालिनी और हेड कांस्टेबल मनीष कुमार यादव के पुत्र आकाश यादव को यह छात्रवृत्ति मिली। सिपाही इंदु शेखर के बेटे देवेश सिंह का एम्स जोधपुर में चयन हुआ है।
जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़ : पुलिस कर्मियों के बच्चे मेडिकल के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। उनकी पढ़ाई में कोई बाधा न आए, इसके लिए विभाग उनकी मदद भी कर रहा है। जिले के तीन पुलिस कर्मियों के तीन बच्चों को डॉक्टरी की पढ़ाई के लिए विभाग से मदद दी गई है। इससे उनका उत्साह बढ़ा है।
जिले में चार हजार से अधिक पुलिस कर्मी ड्यूटी करते हैं। चुनौतियों का सामना करते हुए कानून के रखवाले बने हैं। उनके बच्चे चिकित्सक बनकर जनसेवा का जज्बा रखते हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस शिक्षा निधि से पुलिस कर्मियों के मेधावी छात्र-छात्राओं को एकमुश्त छात्रवृत्ति 20-20 हजार रुपये प्रदान की गई है।
कब दी गई थी छात्रवृत्ति?
वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए पुलिस शिक्षा निधि के अंतर्गत यह छात्रवृत्ति प्रदान की गई है। इनमें हेड कांस्टेबल दीपक कुमार सिंह के पुत्र अभय सिंह हैं, जो बुंदेलखंड मेडिकल कालेज सागर मध्य प्रदेश में एमबीबीएस कर रहे हैं। उनका यह तीसरा साल है। कांस्टेबल रंजीत कुमार प्रजापति की बेटी शालिनी मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज प्रयागराज से डाक्टरी की पढ़ाई द्वितीय वर्ष में कर रही हैं। उनको छात्रवृत्ति मिलने से निश्चित ही प्रोत्साहन मिलेगा।
इसी प्रकार हेड कांस्टेबल मनीष कुमार यादव के पुत्र आकाश यादव हैं, जो गांधी मेडिकल कालेज गाजीपुर में इस साल एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। पुलिस अधीक्षक ने छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। साथ ही सभी पुलिस कर्मियों को अपने बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करने का संदेश भी दिया।
देवेश को एम्स में मिली जगह
डायल 112 मानिकपुर में काम कर रहे सिपाही इंदु शेखर के बेटे देवेश सिंह ने भी मेडिकल क्षेत्र में नाम कमाया है। नीट में अच्छी रैंक लाने पर उनका प्रवेश एम्स जोधपुर में हो गया व एमबीबीएस द्वितीय वर्ष में पढ़ रहे हैं। देवेश की बड़ी बहन उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में भाग्य आजमाने में लगी है।
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