मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में नई व्यवस्था, अब शादी से पहले वर-वधू को करना होगा ये जरूरी काम
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में पारदर्शिता लाने के लिए सरकार ने एक नई पहल की है। अब विवाह से पहले वर-वधू दोनों का बायोमीट्रिक सत्यापन किया जाएगा। वित्तीय वर्ष 2025-26 में 722 जोड़ों का विवाह कराने का लक्ष्य है। पहले प्रत्येक जोड़े पर 51 हजार रुपये खर्च होते थे लेकिन इस वित्तीय वर्ष में यह राशि बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दी गई है।

संवाद सूत्र, प्रतापगढ़। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में पात्रों को ही इसका लाभ मिले। गड़बड़ी पर रोक लगे। इसके लिए नई व्यवस्था शुरू की गई है। अब शादी के पहले वर-वधू की बायोमीट्रिक लगेगी। इसके बाद ही विवाह होगा। इससे पारदर्शिता आएगी। इसका अच्छा संदेश जाएगा।
गरीब बेटियों के हाथ पीले किए जाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना की शुरुआत हुई है। योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2025-26 में 722 जोड़ों की शादी कराने का लक्ष्य मिला है। इस योजना के तहत होने वाली शादी में पहले दूल्हा-दुल्हन की बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज कराई जाएगी। यानी उनका आधार वेरीफिकेशन होने के बाद ही सात फेरे लगेंगे। इससे दूल्हा या दुल्हन में से किसी के भी नाम पहले से इस योजना के तहत अनुदान जारी हुआ होगा तो तत्काल पकड़ में आ जाएगा।
इससे दूल्हा-दुल्हन के सही होने का सत्यापन भी हो जाएग। पहले विभाग के एडीओ मौके पर जाकर लाभार्थी का सत्यापन करते थे। इसके बाद उनको विवाह की तिथि की सूचना दे दी जाती थी। इसके बाद विवाह हो जाता था। इसमें बलिया समेत तीन जिलों में फर्जीवाड़ा होने की आंच पूरे प्रदेश फैल गई थी। फर्जीवाड़ा रोकने के लिए अब वर-वधू का बायोमीट्रिक कराने का निर्णय लिया गया है। इससे गड़बड़ी नहीं होने पाएगी।
अब प्रत्येक जोड़ों पर एक लाख होगा खर्च
पहले प्रत्येक जोड़े पर शासन 51 हजार रुपये खर्च करता था। इस वित्तीय वर्ष में प्रत्येक जोड़े पर एक लाख रुपये खर्च किया जाएगा। पहले उपहार के रूप में 14 आइटम दिए जाते थे। इस बार इसकी संख्या बढ़ाकर 24 कर दी गई है। इस बार उपहार में गद्दा, कड़ाही, पांच साड़ी, दीवार घड़ी, वाटर कूलर आदि दिया जाएगा।
शासन की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना कारगर साबित हो रही है। इसमें बदलाव किया गया है। वर-वधू की बायोमीट्रिक से उपस्थिति दर्ज की जाएगी। नई व्यवस्था से पारदर्शिता आएगी।- नागेंद्र कुमार मौर्य, जिला समाज कल्याण अधिकारी
आंकड़ा
- 17 ब्लॉक है जनपद भर में
- 1,148 ग्राम पंचायतें हैं जिले में
- 1,444 जोड़ों की शादी का लक्ष्य था 2024-25
- 900 जोड़े की शादी हुई थी वित्तीय वर्ष 2023-24 में
- 16 सहायक विकास अधिकारी हैं समाज कल्याण विभाग में

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