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    20 करोड़ बकाया कर गायब होने पर राज्य कर विभाग कर रहा तलाश

    Updated: Wed, 17 Dec 2025 03:45 PM (IST)

    प्रतापगढ़ में 20 करोड़ रुपये का टैक्स बकाया कर व्यापारी गायब हो गए हैं। राज्य कर विभाग उनकी तलाश कर रहा है। विभाग को पता चला है कि कई व्यापारियों ने द ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़। खरीद बिक्री के हिसाब से व्यापारियों को जीएसटी जमा करना होता है। सैकड़ों ऐसे व्यापारी हैं, जिन्होंने करोड़ों रुपये टैक्स बकाया किया व गायब हो गए। दुकान भी बंद हो गई है। कई ने दुकान भी बदल दी है।

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    विभाग बकाये की वसूली के लिए जब दर्ज पते की दुकानों पर पहुंचे तो पता चला कि व्यापारियों ने दुकान बंद कर दी है। अब उनका कुछ पता नहीं चल रहा है। अब विभाग व्यापारियों की चल-अचल संपत्ति बकाया टैक्स वसूलेगा।

    राज्य कर विभाग में नौ हजार व्यापारी पंजीकृत हैं। इसमें व्यापारी लोहा, सीमेंट, सरिया, मोरंग, एसी, कार, मोबाइल फोन, टेलीविजन, आटो पार्ट्स, इलेक्ट्रानिक, जूता, कपड़ा आदि कारोबार से जुड़े हैं। इन सामानों पर अलग-अलग दर से जीएसटी जमा करने का प्रविधान है।

    इन दिनों बकाया जमा करने के लिए विभाग के अधिकारियों को लक्ष्य दिया गया है। नवंबर माह की बात करें तो पांच करोड़ रुपये वसूलने का लक्ष्य मिला था, जबकि इसके एवज में दो करोड़ 25 लाख रुपये ही वसूला जा चुका है।

    बकाया टैक्स वसूलने का दबाव है। इन दिनों टीम दोपहर तक दफ्तर का काम निपटाने के बाद फील्ड में निकलती है। इसके बाद बकाया जमा करने के लिए व्यापारियों को जागरूक करती है। शहर और अंचल के करीब 500 ऐसे दुकानदार हैं, जिन्होंने 20 करोड़ रुपये टैक्स बकाया किया है।

    जब टीम में शामिल अधिकारी मौके पर पहुंचे तो जीएसटी में दर्ज पते पर दुकान बंद मिली। आसपास के दुकानदारों से पूछने पर मालूम हुआ कि व्यापारी ने कई माह पहले ही दुकान बंद कर दी। अब उसका कुछ पता नहीं है। कुछ दुकानों पर दूसरे ने दूसरी दुकान खोल दी है। ऐसे दुकानदारों के न मिलने से अधिकारियों की चिंताएं बढ़ गई हैं।

    डिप्टी कमिश्नर (राज्य कर) वेगराज सिंह ने बताया कि नवंबर में टैक्स एवं जीएसटी के बकायेदारों से वसूली का अभियान चलाया गया। दो करोड़ 25 लाख रुपये की वसूली हुई है। दिसंबर में भी बकायेदारों से वसूली की कार्रवाई की जा रही है। जो फर्म बंद हो गई हैं, ऐसे व्यापारियों की चल-अचल संपत्ति से वसूली की जाएगी।