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    17 हजार जॉब कार्ड धारकों ने तीन वर्ष से नहीं मांगा काम, घट गई श्रमिकों को रोजगार देने की गारंटी

    Updated: Wed, 10 Dec 2025 05:10 PM (IST)

    प्रतापगढ़ के संड़वा चंद्रिका विकास खंड में 17 हजार जॉब कार्ड धारक मनरेगा श्रमिकों ने तीन साल से काम नहीं मांगा है। ये मजदूर जॉब कार्ड बनवाकर महानगरों ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़। संड़वा चंद्रिका विकास खंड में 17 हजार जाबकार्ड धारक मनरेगा श्रमिकों ने तीन वर्षों से रोजगार नहीं मांगा। यह मजदूर जाब कार्ड बनवा कर आज भी महानगरों में रोजगार कर रहे हैं या फिर दिहाड़ी मजदूरी से इनका जीवन यापन हो रहा है। श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराने में जिले की अन्य ब्लाकों की अपेक्षा संड़वा चंद्रिका विकास खंड आठवें पायदान पर पहुंच गया है।

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    मनरेगा में सख्ती को लेकर चालू वित्तीय वर्ष में श्रमिकों की संख्या घट गई है। श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराने को लेकर शासन मनरेगा योजना को लेकर संजीदा है। संड़वा चंद्रिका विकास खंड के 63 ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजना 27,355 श्रमिकों का मनरेगा का जाब कार्ड बनाया गया है।

    इसमें पिछले तीन वर्षों से 10,795 जाब कार्ड धारकों ने ग्राम पंचायत से लेकर क्षेत्र पंचायत तक रोजगार की मांग की है। लगभग 17 हजार श्रमिकों का जाब कार्ड बनाए जाने के बाद भी इन लोगों ने कभी रोजगार की मांग नहीं की। ब्लाक में चालू वित्तीय वर्ष में पिछले वर्ष की अपेक्षा श्रमिकों की संख्या घट गई है।

    बुधवार को विकास खंड के विभिन्न ग्राम पंचायतों में 1007 श्रमिक कार्य पर रहे। पूर्व में जहां प्रतिदिन ढाई से तीन हजार श्रमिक कार्य पर होते थे। अब हजार से डेढ़ हजार लोग ही मनरेगा के तहत कार्य कर रहे हैं। इन श्रमिकों को 90 दिन का रोजगार दिया गया है।

    बीडीओ विमल कुमार श्रीवास्तव ने बताया है कि पिछले तीन वर्षों से 17 हजार जाब कार्ड धारक कार्य मांगने नहीं आए। ऐसे श्रमिकों की जानकारी करके उन्हें रोजगार से जोड़ा जाएगा। खेती किसानी का कार्य बढ़ने से मनरेगा श्रमिकों की कार्य करने की संख्या में कमी आई है।