प्रतापगढ़ में मां ने तीन मासूम बच्चों संग लगाई फांसी, चारों की मौत; दरवाजा तोड़कर घुसे लोग नजारा देखकर रह गए दंग
UP News प्रतापगढ़ में एक विवाहिता ने अपने तीन मासूम बच्चों के साथ फांसी लगाकर जान दे दी। प्रथम दृश्यता पुलिस का मानना है कि घरेलू कलह से परेशान महिला ने यह कदम उठाया। इस घटना से परिवार और गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। शनिवार की सुबह कमरा न खुलने पर सभी ने दरवाजा तोड़कर देखा तो दंग रह गए।

जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़। घरेलू कलह से परेशान होकर एक महिला ने अपने तीन बच्चों के साथ जान दे दी। घर के चार सदस्यों की मौत से परिवार और गांव में लोग गमगीन हो गए। तीनों बच्चे एक साथ पैदा हुए थे। उन सब की उम्र डेढ़ साल थी। कोतवाली देहात के भदोही गांव का यह मामला है।
नशे में पति पीटा था
यहां का रहने वाला संदीप कुमार गौतम मजदूरी करता है। उसकी पत्नी 23 साल की राजेश्वरी उर्फ कोमल को उसके पति ने शराब के नशे में शुक्रवार की शाम मारा पीटा था। इसके बाद सब लोग खा पीकर सो गए। शनिवार को सुबह 8:30 बजे तक कमरा न खुलने पर गांव के लोग भी जुटे और 9:00 बजे दरवाजे को तोड़ा गया।
साड़ी के एक फंदे से लटकी हुई कोमल और उसका बेटा रौनक मिला। दूसरे फंदे में दोनों बेटियां उजाला और लक्ष्मी लटकी हुई पाई गई। एसपी डा. अनिल कुमार ने बताया कि गृह कला में खुदकुशी की बात सामने आई है। जांच की जा रही है।
सबसे बड़ी व शिक्षित थी दुर्गेश्वरी
आत्मघाती कदम उठाने वाली दुर्गेश्वरी उर्फ कोमल पढ़ी-लिखी थी। उसने ससुराल में आने के बाद भी अपनी पढ़ाई नहीं छोड़ी व आइटीआइ व ब्यूटी पार्लर का कोर्स भी किया। उसके ससुर राम बरन का कहना है कि बेटे की दशा देखकर वह बहू को हुनरमंद बनाए थे कि वह आत्मनिर्भर बन सके, लेकिन एक झटके में सब बिखर गया। बता दें कि कोमल का पति संदीप नशेड़ी किस्म का व्यक्ति है।
छावनी बना रहा गोविंदपुर
शनिवार को इतनी बड़ी घटनी, इसके बाद पुलिस यहां चारों ओर से पहुंची। गांव छावनी में बदल गया। एएसपी पूर्वी दुर्गेश कुमार सिंह, कोतवाल अभिषेक सिरोही, रानीगंज कोतवाल आदित्य सिंह चार चौकी प्रभारी, पांच दारोगा व दर्जनों सिपाही मौके पर डटे रहे। वह भीड़ को हटाते रहे।
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