संगीत में राग और ताल पर विशेष महत्व दें, पाएंगे अच्छे नंबर
बोर्ड परीक्षाओं का समय नजदीक आ रहा है। ऐसे में विद्यार्थियों के मन में यह जिज्ञासा होती है कि अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए किस तरह से तैयारी की जाए। इंटर मीडिएट में संगीत एक ऐसा विषय है जिसमें प्रायोगिक पक्ष के साथ साथ-शास्त्र पक्ष भी अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। संगीत विषय में 50 अंकों की लिखित परीक्षा तथा 50 अंकों की प्रायोगिक परीक्षा होती है। इसमें भी 30 फीसद पाठ्यक्रम कम किया गया है।

संवादसूत्र, प्रतापगढ़ : बोर्ड परीक्षाओं का समय नजदीक आ रहा है। ऐसे में विद्यार्थियों के मन में यह जिज्ञासा होती है कि अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए किस तरह से तैयारी की जाए। इंटर मीडिएट में संगीत एक ऐसा विषय है जिसमें प्रायोगिक पक्ष के साथ साथ-शास्त्र पक्ष भी अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। संगीत विषय में 50 अंकों की लिखित परीक्षा तथा 50 अंकों की प्रायोगिक परीक्षा होती है। इसमें भी 30 फीसद पाठ्यक्रम कम किया गया है। यदि विद्यार्थी थोड़ा सा ध्यान देकर पढ़ाई करें तो इसमें अवश्य ही अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं। संगीत विषय में राग और ताल का विशेष महत्व है।
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गुरुमंत्र ------
परीक्षा में बहुविकल्पीय प्रश्न, रिक्त स्थान की पूर्ति,सही गलत का निशान लगाना, इस प्रकार के छोटे-छोटे प्रश्नों को अगर सही तरीके से लिखेंगे तो उनमें पूरे अंक मिलेंगे।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों में जो राग एवं ताल से संबंधित प्रायोगिक प्रश्न आते हैं उनमें भी पूरे अंक मिलते हैं।
-विद्यार्थियों को समय का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
-प्रश्न कितने अंक का है उसके आधार पर ही उत्तर लिखना चाहिए
-यदि प्रश्न कम अंक का है तो उसका संक्षिप्त उत्तर दें और यदि अधिक अंक का है तो उसका विस्तृत उत्तर देना चाहिए।
-कोरोना महामारी के कारण सभी विषयों का 30प्रतिशत पाठ्यक्रम कम कर दिया गया है।
-संगीत के भी 70 प्रतिशत पाठ्यक्रम की ही तैयारी करें।
-प्रतिदिन कम से कम एक से दो घंटे का समय दें।
-पढ़े हुए पाठ को दोहराते रहें।
-अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें और भरपूर नींद लें।
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