Pratapgarh News: बागवानी फसलों की सुरक्षा के लिए फेंसिंग पर मिलेगी 50 प्रतिशत सब्सिडी, होगा ज्यादा मुनाफा
प्रतापगढ़ में उद्यान विभाग किसानों को बागवानी फसलों की सुरक्षा के लिए फेंसिंग पर 50% अनुदान दे रहा है। यह योजना पहले आओ पहले पाओ के आधार पर है। किसान फल सब्जी और औषधीय पौधों की खेती पर भी अनुदान प्राप्त कर सकते हैं। प्रत्येक किसान अधिकतम 1000 मीटर तक फेंसिंग पर अनुदान ले सकता है।

संवाद सूत्र, प्रतापगढ़। उद्यान विभाग किसानों को बागवानी फसलों की सुरक्षा के लिए फेंसिंग पर 50 प्रतिशत अनुदान दे रहा है। फेंसिंग को शासन ने बागवानी मिशन योजना में शामिल कर दिया है। इसमें पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर लाभ दिया जाएगा।
उद्यान विभाग की एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के अंतर्गत किसानों को फल, सब्जी, मसाले, फूल व औषधीय पौधों की खेती पर अनुदान के साथ एक अतिरिक्त सुविधा फेंसिंग की दी जा रही है।
योजना के तहत एक रनिंग मीटर फेंसिंग की अनुमानित लागत 300 रुपये निर्धारित की गई है। इसमें किसानों को 150 रुपये प्रति मीटर यानि 50 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा।
शासन द्वारा बागवानों को कम लागत में ज्यादा मुनाफा दिलाने के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है। प्रत्येक किसान अधिकतम 1000 मीटर तक फेंसिंग पर अनुदान ले सकेगा।
वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए सरकार ने जिले में कुल 1.5 हेक्टेयर फेंसिंग कराने का लक्ष्य तय किया है। इस प्रयास से जिले में बागवानी फसलों की रक्षा तो होगी ही, साथ ही किसानों की आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी।
इस पोर्टल पर कर सकते हैं पंजीकरण
इस योजना के तहत लोहे के मजबूत पोलों का उपयोग किया जाएगा, जिनके बीच 10 फुट की दूरी रखी जाएगी। इन पोलों के बीच चार क्षैतिज तारों से बाड़बंदी की जाएगी, जिससे यह सुरक्षा व्यवस्था मजबूत व दीर्घकालिक होगी।
इस योजना का लाभ ''प्रथम आवक प्रथम पावक'' के आधार पर दिया जाएगा। इच्छुक बागवान योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए dbt.uphorticul-ture.in पोर्टल पर पंजीकरण कर सकते हैं।
उद्यान विभाग की एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के अंतर्गत किसानों को फल, सब्जी, मसाले, फूल व औषधीय पौधों की खेती पर अनुदान के साथ फेंसिंग की सुविधा भी दी जा रही है। फेंसिंग से फसलों की सुरक्षा की जा सकेगी। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा रहा है। -सुनील कुमार शर्मा, जिला उद्यान अधिकारी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।