मलेशिया में फंसा प्रतापगढ़ का युवक, वीजा नहीं मिला तो पुलिस ने पकड़ा, स्वजन से चार माह से संपर्क टूटा
प्रतापगढ़ में फतनपुर क्षेत्र के रामपुर गांव का रहने वाला मलेशिया में फंसा रामापुर के रहने वाला चांदबाबू सिद्दीकी मलेशिया में फंसा है। बताया जाता है कि उसके पास वीजा नहीं मिलने पर वहां की पुलिस ने उसे पकड़ा है। उसके परिवार के लोगों ने विदेश भिजवाने वाले एजेंट के खिलाफ फतनगंज थाने में तहरीर दी है।

संसू, जागरण, सुवंसा (प्रतापगढ़)। नौकरी के नाम पर मलेशिया भेजा गया युवक वहां पुलिस कार्रवाई में फंस गया है। पुलिस ने उसके पास वीजा न पाने पर हिरासत में ले रखा है। इधर स्वजन ने इसके लिए उसे विदेश भेजने वाले एजेंट को जिम्मेदार ठहराते हुए फतनपुर थाने में तहरीर देकर कार्रवाई व युवक को सही-सलामत वापस लाने की गुहार लगाई है।
रामापुर गांव निवासी मोहम्मद यूनुस का बेटा चांदबाबू सिद्दीकी महीनों से परिवार के संपर्क में नहीं है। उसके स्वजन के अनुसार उसको विदेश नौकरी दिलाने के लिए एक एजेंट के माध्यम से दो लाख 55 हजार रुपये दूसरे के खाते में जमा कराए गए थे। इसके बाद 19 मार्च 2025 को चांदबाबू को मलेशिया भेज दिया गया। 23 मार्च को उसके भाई अनीस से उसकी बात भी हुई, लेकिन उसके बाद से उसका फोन बंद है।
एजेंट किसी दूसरे माध्यम से उसका हाल-चाल लेकर बताता रहा। बाद में उसने भी मुंह मोड़ लिया। इससे स्वजन तरह-तरह की आशंका से परेशान हैं। इधर उसे भेजने वाले एजेंट पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए पीड़ित चांदबाबू के भाई अनीस ने रविवार शाम तहरीर देकर भाई की सुरक्षा की गुहार लगाते हुए मलेशिया भिजवाने वाले गौरा पूरेबदल गांव के एजेंट के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की।
विदेश में फंसे चांदबाबू की मां मैमुन निशा, भाई अलताफ हुसेन, अनीस, शेबू सहित परिवार के लोग परेशान हैं। उसके भाई अनीस का कहना है कि उसके भाई को कुछ दिन का टूरिस्ट वीजा धोखे से दिया गया था। उसकी मियाद पूरी हो जाने पर भी मलेशिया में पाए जाने पर वहां की पुलिस ने पकड़ लिया है। टूरिस्ट वीजा के बारे में एजेंट ने नहीं बताया था। जब चांदबाबू पकड़ा गया तो उसने फोन करके घर पर जानकारी दी थी।
फतनगंज के थानाध्यक्ष राजेंद्र कुमार त्रिपाठी का कहना है की मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई है। जांच की जा रही है। आरोपित को तलाश जा रहा है।
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