Dolphin Fish : नहर में बहकर आई डाल्फिन सुरक्षित, लखनऊ से पहुंची रेस्क्यू टीम, लोगों का लगा जमावड़ा
तिनमोहड़िया में उसे सात मीटर चौड़ा तथा डेढ़ मीटर गहरा पानी का भंडार मिला। वह वहीं जाल के सहारे रोकी गई है। देर शाम रेस्क्यू टीम डा. शैलेंद सिंह वैज्ञानिक टी एस इंडिया अरुणिमा सिंह डा सौरभ दीवान डा. सिद्धेक्षणा के साथ मौके पर आई।

प्रतापगढ़/सगरासुंदरपुर : नहर में बहकर आ गई डाल्फिन हर्षपुर तिनमोहिया के पास उसी नहर में सुरक्षित रखी गई है। उसे सजग ग्रामीणों, वन विभाग की टीम व पुलिस के सहयोग से शिकारियों की शिकार बनने से बचा लिया गया। इधर शनिवार देर शाम लखनऊ से रेस्क्यू टीम भी आ गई।
सगरा रजबहा में जगन्नाथपुर गांव के समीप शुक्रवार शाम ग्रामीणों को नहर में बड़ी मछली दिखी थी। कौतूहलवश उसे नजदीक जाकर देखा तो डाल्फिन लगी। शनिवार को वह हंडौर के पास से बड़ी नहर में बहकर लोनी नदी की ओर बढ़ी। वहां रहे कुछ शिकारी उसे जाल डालकर पकड़े तो जाल टूट गया। यह देख हंडौर गांव में सरसिज तिवारी, शमशाद खान, महमूद खान, प्रमोद वर्मा समेत कई लोगों की सजगता से फिर से उसे पानी में डलवा दिया गया।
दोपहर बाद डीएफओ जेपी श्रीवास्तव टीम लेकर मौके पर पहुंचे। डीएफओ ने लोगों को सचेत किया कि यह संरक्षित जलीय जीव गंगा डाल्फिन है। इसे नुकसान पहुंचाने वालों पर केस दर्ज होगा। यह चेतावनी सुनकर वहां तमाशा देख रहे लोग किनारे हुए। उन्होंने बताया कि करीब 27 किमी की यात्रा से डाल्फिन पस्त है।
तिनमोहड़िया में उसे सात मीटर चौड़ा तथा डेढ़ मीटर गहरा पानी का भंडार मिला। वह वहीं जाल के सहारे रोकी गई है। देर शाम रेस्क्यू टीम डा. शैलेंद सिंह, वैज्ञानिक टी एस इंडिया, अरुणिमा सिंह, डा सौरभ दीवान, डा. सिद्धेक्षणा के साथ मौके पर आई। डीएफओ ने बताया कि रात होने के कारण रेस्क्यू सुबह होगा। डाल्फिन को सही-सलामत नहर से निकालकर गंगा में छोड़ा जाएगा।
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