Pratapgarh News : बिना मान्यता के संचालित मिले स्कूल तो खंड शिक्षा अधिकारी होंगे जिम्मेदार, शिक्षा विभाग ने कसा शिकंजा
प्रतापगढ़ में बिना मान्यता के चल रहे स्कूलों पर अब शिकंजा कसा जाएगा। बेसिक शिक्षा निदेशक ने आदेश जारी किया है कि ऐसे विद्यालय मिलने पर खंड शिक्षा अधिकारी जिम्मेदार होंगे और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शिक्षक संगठनों ने ऐसे विद्यालयों के संचालन पर सवाल उठाए थे। बेसिक शिक्षा विभाग ने पहले ही 73 स्कूलों को नोटिस दी है।
संसू, जागरण, प्रतापगढ़। शासन ने बिना मान्यता के चल रहे स्कूलों पर शिकंजा कसा है। ऐसे विद्यालय संचालित मिलने पर खंड शिक्षा अधिकारी जिम्मेदार माने जाएंगे। बेसिक शिक्षा निदेशक ने जारी अपने आदेश में कहा है कि अगर किसी भी प्रकार के जिले में अब बिना मान्यता के कोई भी विद्यालय चलता हुआ पाया जा रहा है तो जिनकी पूरी जिम्मेदारी खंड शिक्षा अधिकारी की होगी। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षक संगठनों ने आरोप लगाया था कि बिना मान्यता के विद्यालयों का संचालन कई वर्षों से हो रहा है। उनके खिलाफ अभी तक कोई कारगर कार्रवाई नहीं की गई। इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का नंबर न होने की वजह से उनका नामांकन बाद में सरकारी विद्यालय में नहीं हो पाता, जिस वजह से परिषदीय प्राथमिक विद्यालय में नामांकन लगातार घट रहा है।
ऐसे विद्यालयों, जिनकी मान्यता ही नहीं है उसमें लगातार संख्या बढ़ रही है। इस वजह से अब शिकंजा कसने की तैयारी विभाग ने शुरू कर दी है। जिले में अगर बगैर मान्यता प्राप्त विद्यालय चलते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। बिना मान्यता प्राप्त वाले विद्यालय का अगर कहीं संचालित होते हैं तो ब्लाक के खंड शिक्षा अधिकारी को इसका सीधा जिम्मेदार ठहराया जाएगा। ऐसे में बिना मान्यता प्राप्त वाले विद्यालयों पर अब एक लाख तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त अगर ये विद्यालय निर्देशों का लगातार उल्लंघन करते पाए जा रहे हैं तो फिर हर दिन के हिसाब से जुर्माना वसूला जाएगा।
बेसिक शिक्षा विभाग ने बिना मान्यता के चल रहे 73 स्कूलों तथा इस वर्ष 22 स्कूलों को नोटिस दी है। हाल ही में संड़वा चंद्रिका के एक स्कूल पर बीएसए ने एक लाख का जुर्माना लगाया था। वहीं जिला विद्यालय निरीक्षक ने इस साल छह विद्यालयों को नोटिस दी है।
इस संबंध में प्रतापगढ़ के बीएसए भूपेंद्र सिंह का कहना है कि सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है वे अपने क्षेत्रों में भ्रमण कर बिना मान्यता के चल रहे स्कूलों काे बंद कराएं। इन स्कूलों बच्चों का नजदीकी स्कूलोंं में नामांकन कराने को कहा गया है।
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