CBSE बोर्ड परीक्षा में इस बार बौद्धिक क्षमता के होंगे 50% प्रश्न, दो बार एग्जाम देने का मिलेगा मौका
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में इस बार बौद्धिक क्षमता के 50% प्रश्न होंगे। छात्रों को परीक्षा देने के लिए दो बार मौका मिलेगा। यह बदलाव छात्रों की सोचने और स ...और पढ़ें

CBSE परीक्षा में इस बार बौद्धिक क्षमता के होंगे 50% प्रश्न।
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़। सीबीएसई में इस साल से परीक्षा में नया पेपर पैटर्न लागू किया गया है। पुराना पैटर्न बदल दिया गया है। इसमें। 10वीं और 12वीं की परीक्षा में 50% प्रश्न बौद्धिक क्षमता के होंगे। दोनों कक्षाओं के प्रश्न पत्र में अब 50% सवाल बौद्धिक क्षमता से जुड़े होंगे। इन सवालों में मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन, केस-स्टडी और सोर्स-बेस्ड क्वेश्चन शामिल होंगे।
जनपद में सीबीएसई के कुल 43 विद्यालय संचालित हैं। इनमें 10 वीं व 12 वीं के करीब 10 हजार छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। दाेनों परीक्षाएं 17 फरवरी, 2026 से शुरू होने जा रही है। इसमें 10वीं की परीक्षाएं 10 मार्च तक होगी। 12वीं की परीक्षाएं नौ अप्रैल तक चलेंगी।
परीक्षा में छात्रों को कान्सेप्ट्स को रटने के बजाय गहराई से समझना होगा। दोनों कक्षाओं के प्रश्न पत्र में अब 50% सवाल बौद्धिक क्षमता से जुड़े होंगे। इसके अलावा, 20% प्रश्न आब्जेक्टिव होंगे। बचे हुए 30% प्रश्न शार्ट या लांग आंसर टाइप के होंगे।
दो बार बोर्ड परीक्षा देने का मिलेगा मौका
छात्रों को अब साल में दो बार बोर्ड परीक्षा देने का विकल्प मिलेगा। पहली परीक्षा फरवरी में होगी, जो कंपल्सरी मेन परीक्षा होगी। दूसरी परीक्षा मई में होगी, जो ऑप्शनल और इंप्रूवमेंट परीक्षा के रूप में काम करेगी। छात्र अधिकतम तीन विषयों में अपने नंबर सुधारने के लिए दोबारा परीक्षा दे सकते हैं।
दोनों परीक्षाओं में से जिस विषय में सबसे अच्छे अंक होंगे, वही रिजल्ट में जोड़े जाएंगे। यदि कोई छात्र तीन से ज्यादा विषयों में फेल होता है, तो वह मई की इंप्रूवमेंट परीक्षा के लिए एलिजिबल नहीं होगा।
साइंस और सोशल साइंस पेपर
साइंस और सोशल साइंस के पेपर की स्ट्रक्चर बदल दी गई है। साइंस का पेपर तीन सेक्शन में बंटा होगा। बायोलाजी, केमिस्ट्री और फिजिक्स। सोशल साइंस का पेपर चार सेक्शन में बंटा होगा। हिस्ट्री, जियोग्राफी, पॉलिटिकल साइंस, और इकोनॉमिक्स। सबसे जरूरी नियम ये है कि छात्रों को अपनी आंसर शीट में भी इन्हीं सेक्शन्स को बनाना होगा।
यदि किसी छात्र ने एक सेक्शन का जवाब दूसरे सेक्शन में लिखा, तो उस उत्तर की जांच बिल्कुल नहीं की जाएगी। बोर्ड ने साफ कर दिया है कि यह गलती रिवैल्यूएशन या वेरिफिकेशन में भी नहीं सुधारी जाएगी।
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने बोर्ड परीक्षा 2026 के लिए इस साल कई बड़े बदलाव किए हैं। इन बदलावों का मेन आब्जेक्टिव रटने की आदत को खत्म करना है। अब फोकस छात्रों की समझ और एप्लीकेशन पर ज्यादा रहेगा। ये सारे नए रूल्स एजुकेशन नेशनल एजुकेशन पालिसी 2020 के अनुसार बनाएं गए हैं। -बीके सोनी, सिटी कोआर्डिनेटर एवं प्रिंसिपल न्यू एंजिल्स सीनियर सेकेंड्री स्कूल।

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