Pratapgarh News : मजदूर की मौत के मामले में नर्सिंग होम संचालक समेत चार पर मुकदमा, धमकी देने का भी आरोप
कुंडा में मानिकपुर स्थित साहूमई बिछलहला गांव निवासी 45 वर्षीय वंशीलाल पुत्र मिठाई लाल की मौत मामले में केस दर्ज हुआ है। मृतक के बेटे पंकज की तहरीर पर पुलिस ने अस्पताल के संचालक राशिद हुसैन आशिफ हुुसैन साहिद हुसैन व वाहिद हुसैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस जांच-पड़ताल कर रही है।

संसू, कुंडा (प्रतापगढ़)। खुले तार में दौड़ रहे करंट की चपेट में आने से शनिवार को एक श्रमिक की मौत हो गई थी। इस मामले में रविवार देर रात पुलिस ने मजदूर के बेटे की तहरीर पर नर्सिंग होम संचालक समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
मानिकपुर के साहूमई बिछलहला गांव निवासी 45 वर्षीय वंशीलाल पुत्र मिठाई लाल मेहनत मजदूरी करते थे। रोज की तरफ शनिवार को भी वह कुंडा के मवई स्थित आइएमएस नर्सिंग होम में सफाई कर रहे थे। अस्पताल के पीछे खुले तार की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई थी।
लखनऊ हाईवे पर लगाया था जाम
आरोप है कि इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी स्वजन को तब दी गई, जब मजदूर वंशीलाल की मौत हो गई। रविवार को आक्रोशित स्वजन ने शव को प्रयागराज-लखनऊ हाईवे पर जाम लगा दिया था। अधिकारियों के समझाने के बाद भी स्वजन कार्रवाई की मांग पर अड़े थे। देर रात बेटे पंकज की तहरीर पर पुलिस ने अस्पताल के संचालक राशिद हुसैन, आशिफ हुुसैन, साहिद हुसैन व वाहिद हुसैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
बेटे का आरोप, अस्पताल संचालक ने मारपीट की
वंशीलाल के बेटे का आरोप है कि अस्पताल संचालक उसे सीएचसी के बाद एसआरएन अस्पताल प्रयागराज ले गया था। संचालक समेत उसके साथियों ने उसके साथ कई बार मारपीट की और धमकी दी थी। कहा कि मेरा कुछ बिगाड़ नहीं पाओगे। मामला रफा-दफा कर लो।
फर्जी बनवाया गया रेफर लेटर
सीएचसी प्रभारी डा. राजीव त्रिपाठी ने बताया कि जो रेफर लेटर बनाया गया है, वह मेरी सीएचसी के किसी चिकित्सक द्वारा नहीं दिया गया है। वह फर्जी है। अस्पताल संचालक द्वारा फर्जी रेफर लेटर क्यों बनवाया गया, यह पुलिस की जांच का विषय है। इस संबंध में कोतवाल अवन दीक्षित का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है।
एक वर्ष में जच्चा-बच्चा समेत तीन की हो चुकी है मौत
कुंडा के प्रयागराज-लखनऊ हाईवे पर मवई रेलवे क्रासिंग के पास स्थित आइएमएस नर्सिंग होम में मजदूर की मौत पहली नहीं है। बताया जाता है कि इसके पहले भी प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग की टीम भी आई थी, तहरीर भी पुलिस को दी थी। आरोप लगाया गया कि पीड़ित परिवार पर दबाव डलवाकर मामले में समझौता करवा लिया गया था।
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