प्रतापगढ़ में अधिवक्ता की मौत पर भड़का आक्रोश, हमले में थे घायल, सीओ से नोकझोंक, आरोपितों पर इनाम 50 हजार रुपये घोषित
प्रतापगढ़ के लालगंज में अधिवक्ता रुद्र प्रताप पांडेय की मौत के बाद आक्रोश फैल गया। 13 दिन पूर्व हुए हमले में घायल अधिवक्ता का लखनऊ में इलाज चल रहा था। अधिवक्ताओं ने मुआवजे की मांग करते हुए प्रदर्शन किया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस ने फरार आरोपियों पर 50 हजार का इनाम घोषित किया है।(x)

प्रतापगढ़ के लालगंज में जानलेवा हमले में घायल अधिवक्ता की मौत पर एसडीएम से विरोध जताते आक्रोशित अधिवक्ता। जागरण
संसू, जागरण, लालगंज (प्रतापगढ़)। 13 दिन पूर्व एक ही परिवार के तीन अधिवक्ता समेत चार लोगों पर हुए कातिलाना हमले में गंभीर रूप से घायल एक अधिवक्ता की सोमवार रात लखनऊ में इलाज के दौरान मौत हो गई। इसकी जानकारी होने पर परिवार में कोहराम मच गया। मंगलवार सुबह साथी की मौत की जानकारी अधिवक्ताओं को हुई तो आक्रोश भड़क उठा। भारी संख्या में अधिवक्ताओं के जत्थे ने तहसील से हाईवे पर पहुंचकर पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
आक्रोश देख सीओ और एसडीएम को लौटना पड़ा
गहमा-गहमी के बीच पहुंचे सीओ और एसडीएम को वापस लौटना पड़ा। वकीलों ने सीएम को संबोधित मांग पत्र में मृतक अधिवक्ता के स्वजन को 50 लाख के मुआवजे समेत कई मांगें भी उठाई। आश्वासन मिलने पर अधिवक्ता शांत हुए। उधर, पुलिस ने इस मामले में दूसरे आरोपित को गिरफ्तार किया है। फरार आरोपितों पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया गया है।
भूमि विवाद में पड़ोसियों ने किया था हमला
बवरिया गांव निवासी 71 वर्षीय अधिवक्ता रुद्र प्रताप पांडेय तथा उनके पुत्र अधिवक्ता व भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष बाल कृष्ण पांडेय एवं रुद्र प्रताप के भतीजे अधिवक्ता अभिषेक पांडेय तथा भाई भानु प्रताप पांडेय पर 22 अक्टूबर को जमीन के विवाद में पड़ाेसियों ने कातिलाना हमला कर दिया था। इसमें सभी गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
इन लोगों पर दर्ज हुआ था मुकदमा
घटना को लेकर अभिषेक पांडेय की तहरीर पर पुलिस ने गांव के कमल नारायण पांडेय, भाजपा नेता व प्रधान प्रतिनिधि देवदत्त शुक्ल, आदित्य पांडेय उर्फ शनि उर्फ प्रभाकर, सौरभ दत्त शुक्ल, विपिन कुमार शुक्ल व सच्चिदानंद पांडेय पर हत्या के प्रयास समेत कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। आरोपित कमल नारायण को गिरफ्तार कर पुलिस ने 23 अक्टूबर को जेल भेज दिया था। वहीं, सांगीपुर पुलिस ने मंगलवार सुबह थाना क्षेत्र के लखहरा तिराहा से हत्यारोपित 25 हजार के इनामिया आदित्य पांडेय उर्फ सनी उर्फ प्रभाकर को भी गिरफ्तार कर लिया।
लखनऊ के अस्पताल में थे भर्ती
इधर, लखनऊ के डा. राम मनोहर लोहिया चिकित्सा संस्थान में इलाज के दौरान अधिवक्ता रुद्र प्रताप पांडेय का सोमवार देर रात निधन हो गया। अधिवक्ता की मौत की खबर मंगलवार सुबह तहसील पहुंची तो साथी वकीलों का आक्रोश सातवें आसमान पर पहुंच गया।
न्यायिक कार्य से विरत वकीलों ने किया प्रदर्शन
संयुक्त अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अनिल त्रिपाठी महेश, उपाध्यक्ष आशीष तिवारी, महामंत्री हरिश्चंद्र पाण्डेय की अगुवाई में वकीलों ने न्यायिक कामकाज के बहिष्कार का प्रस्ताव पारित किया। नाराज वकीलों ने तहसील गेट को बंद कराकर कामकाज ठप करा दिया। वकीलों ने जौनपुर-रायबरेली हाईवे पर पुलिस व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी।
वकीलों व सीओ-कोतवाल से नोकझोंक
वकीलों के विरोध प्रदर्शन की सूचना पर एएसपी पश्चिमी बृजनंदन राय भी कोतवाली पहुंच गए। सीओ आशुतोष मिश्र, लालगंज कोतवाल आलोक कुमार, सांगीपुर एसओ मनीष त्रिपाठी फोर्स के साथ तहसील के पास पहुंचे। इसी बीच वकीलों का जत्था फोर्स की तरफ नारेबाजी करते पहुंच गया। वकीलों की यहां कुछ देर तक सीओ व लालगंज कोतवाल से नोंकझोक भी हुई। इसके बाद आक्रोशित वकीलों ने सीओ समेत पुलिसकर्मियों को वापस भेज दिया। इसी बीच एसडीएम शैलेंद्र वर्मा भी आ पहुंचे। गुस्साए वकीलों ने एसडीएम को भी बैरंग वापस भेज दिया।
सांगीपुर पुलिस की कार्यशैली को लेकर नाखुश
करीब 11:15 बजे लखनऊ से एंबुलेंस से अधिवक्ता रूद्र प्रताप पांडेय का शव उनके पैतृक आवास पर ले जाने के लिए लालगंज तहसील के पास पहुंचा। यहां तहसील गेट पर अधिवक्ताओं ने संघ के अध्यक्ष के नेतृत्व में साथी के शव पर रूंधे गले से माल्यार्पण कर आखिरी विदाई दी। आल इंडिया रूरल बार एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञान प्रकाश शुक्ल, पूर्व अध्यक्ष देवी प्रसाद मिश्र, संदीप सिंह, अजय शुक्ल गुडडू ने घटना को लेकर आरोपियों की गिरफ्तारी में सांगीपुर पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए एसडीएम व सीओ को जमकर खरी-खोटी भी सुनाई।
तहसील गेट पर हंगामा
तहसील गेट पर अधिवक्ताओं की युवा लाबी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव वाहन को घेरे में लेते हुए आगे बढ़ने से रोक दिया। हालांकि वरिष्ठ अधिवक्ताओं के समझाने बुझाने पर किसी तरह शव वाहन को गांव के लिए रवाना कराया गया। अधिवक्ता संतोष पाण्डेय, शैलेंद्र सिंह बघेल, राजेश तिवारी, धीरेंद्र शुक्ल, सूर्यकांत निराला, राकेश सिंह, राजेश दुबे, टीपी यादव आदि रहे।
सीओ लालगंज बोले- फरार आरोपितों पर इनाम घोषित
सीओ लालगंज आशुतोष मिश्र का कहना है कि हत्या के मामले में फरार आरोपितों पर 50 हजार का इनाम घोषित कर दिया गया है। पुलिस की तीन टीमें दबिश दे रही हैं। एसटीएफ भी तलाश कर रही है। शीघ्र ही सभी की गिरफ्तारी कर उन्हें जेल भेजा जाएगा।

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